'किसानों से किया वादा निभाया क्यों नहीं गया?', जब मंच पर ही उपराष्ट्रपति ने शिवराज सिंह से पूछ लिया सवाल
Jagdeep Dhankhar: जगदीप धनखड़ ने शिवराज सिंह से कहा, कृप्या करके मुझे बताइए किसानों को वादा किया गया था? क्या वादा किया गया था? वादा क्यों नहीं निभाया गया? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं."
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया कि किसानों से वादा किया गया था, वह वादा क्यों नहीं निभाया गया? सार्वजनिक मंच से अपनी बात रखते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, "किसानों से बात क्यों नहीं हो रही है? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं?" उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह समय उनके लिए कष्टदायक है, क्योंकि पिछले साल भी किसानों का आंदोलन था और इस साल भी किसानों की आवाज उठ रही है. उन्होंने केंद्र सरकार के रवैये पर भी सवाल उठाए और कहा कि इस आंदोलन का सीमित आंकलन करना भूल होगी.
जगदीप धनखड़ ने शिवराज सिंह चौहान की ओर मंच से देखते हुए सवालिया लहजे में कहा, "मेरा आपसे आग्रह है, भारत के संविधान के तहत दूसरे पद पर विराजमान व्यक्ति आपसे अनुरोध कर रहा है, कृप्या करके मुझे बताइए किसानों को वादा किया गया था? क्या वादा किया गया था? वादा क्यों नहीं निभाया गया? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं. पिछले साल भी आंदोलन था,इस साल भी आंदोलन है. काल चक्र धूम रहा है और हम कुछ नहीं कर रहे हैं."
'किसानों की आवाज दबाई नहीं जा सकती है'
उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि किसानों की आवाज दबाई नहीं जा सकती. किसानों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस जहां भी उन्हें रोकने की कोशिश करेगी, वहां वे अनिश्चितकाल के लिए बैठ जाएंगे. इस बीच, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी एरिया के करीब एक लाख किसान 2 दिसंबर 2024 को दिल्ली कूच करने के लिए तैयार हैं. किसानों के इस कूच को लेकर नोएडा पुलिस ने कई रूटों पर ट्रैफिक डायवर्ट किया है और एडवाइजरी जारी की है. किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर यह आंदोलन शुरू किया है, और उनका कहना है कि उनकी समस्याओं का समाधान होने तक वे आंदोलन करते रहेंगे.
ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर किसानों ने किया धरने का ऐलान
ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर किसानों ने बुधवार रात (4 दिसंबर 2024) धरना देने का निर्णय लिया है. इस धरने के बाद गुरुवार (5 दिसंबर 2024) को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी, जिसमें यह तय किया जाएगा कि धरना प्रदर्शन कहां से शुरू किया जाए. बैठक में किसानों और पुलिस के आला अधिकारियों के बीच बातचीत की गई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि धरना फिलहाल जीरो पॉइंट पर जारी रहेगा. इसके बाद, सुबह फिर से किसानों की बैठक अधिकारियों के साथ होगी, जहां यह तय होगा कि धरना यहीं पर जारी रखा जाए या फिर राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर किया जाए.
किसानों की मांगों पर काम करने का आश्वासन
यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र सिंह ने कहा कि तीनों प्राधिकरण के अधिकारी और जिलाधिकारी (डीएम) की एक कमेटी किसानों से बातचीत करेगी और उनकी सभी मांगों पर काम किया जाएगा. इसके लिए एक चैनल तैयार किया जा रहा है, जिसके माध्यम से नियमित रूप से कार्य की प्रगति किसानों को बताई जाएगी. भारतीय किसान यूनियन के आह्वान पर, किसानों ने बुधवार सुबह 10 बजे से ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत का आयोजन शुरू किया. धीरे-धीरे सभी 10 किसान संगठनों के प्रतिनिधि और सैकड़ों किसान वहां पहुंचे, और पंचायत की शुरुआत हुई.
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