'क्या संसद में हम अकुशल लोग हैं', चिदंबरम के बयान पर भड़के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
Vice President targeted P. Chidambaram: तीन नए आपराधिक कानून पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बयान पर अब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने निशाना साधा है. उन्होंने इसे अक्षम्य करार दिया है.
Vice President targeted P. Chidambaram: कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने हाल में ही एक इंटरव्यू में कहा था कि तीन नए आपराधिक कानून अकुशल लोगों ने तैयार किए हैं. उनके इस बयान पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पलटवार किया है. उन्होंने उनके इस बयान को अक्षम्य' करार दिया और इस 'आपत्तिजनक और मानहानिकारक'' कथन को वापस लेने का अनुरोध किया है.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक न्यूजपेपर में चिदंबरम का इंटरव्यू पढ़कर वो दंग रह गए. इस इंटरव्यू में उन्होने कहा था कि अकुशल लोगों ने नए कानून तैयार किए हैं.
चिदंबरम पर साधा निशाना
उपराष्ट्रपति ने शनिवार को भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईएसटी) के 12वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया था. इस दौरान उन्होंने कहा, ' क्या संसद में हम अकुशल लोग हैं? यह संसद की सूझ-बूझ का अपमान है, जिसके लिए कोई माफी नहीं है. मेरे पास ऐसी सोच और एक सांसद को अकुशल कहे जाने की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैं इस मंच से उनसे (चिदंबरम) अपील करता हूं कि कृपया संसद सदस्यों (सांसदों) के बारे में इस आपत्तिजनक, मानहानिकारक और निंदनीय टिप्पणी को वापस लें. मुझे आशा है कि वह ऐसा करेंगे.'
'हमें सतर्क रहनी की जरूरत'
उपराष्ट्रपति ने कहा, 'जब जानकार लोग जानबूझकर आपको गुमराह करते हैं, तो हमें सतर्क रहने की जरूरत है.' उन्होंने आगे कहा,'आज सुबह जब मैंने अखबार पढ़ा तो एक जानकार व्यक्ति, जो इस देश का वित्त मंत्री रह चुका है, लंबे समय तक सांसद रहा है और वर्तमान में राज्य सभा का सदस्य है, ने मुझे स्तब्ध कर दिया.' उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें इस बात का गर्व है कि संसद ने 'हमें औपनिवेशिक विरासत से मुक्त करके तथा युगान्तरकारी आयाम वाले तीन कानून पारित करके एक महान कार्य किया है.
'चर्चा में चिदंबरम ने नहीं लिया था हिस्सा'
उन्होंने कहा कि भारी मन से मैं आपसे यह साझा कर रहा हूं कि इन माननीय ने जोकि संसद के एक सम्मानित सदस्य हैं और वित्त मंत्री रहे हैं, ने अपनी वाक् शक्ति का उपयोग नहीं किया और जब चर्चा हो रही थी तब वह इससे दूर रहे. उपराष्ट्रपति ने कहा कि चिदंबरम को कर्तव्य पालन में विफलता, चूक/कमी, कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के लिए खुद को जवाबदेह ठहराना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि न केवल चिदंबरम, बल्कि वरिष्ठ अधिवक्ताओं सहित कानूनी बिरादरी के अन्य प्रतिष्ठित सहयोगी भी 'राष्ट्र की मदद के लिए आगे नहीं आए'.
(भाषा इनपुट के साथ)