जयपुरः वैंकया नायडू हाज़िर जवाबी नेता माने जाते हैं. सक्रिय राजनीति में रहते हुए उन्होंने हमेशा नए तरह के आयाम स्थापित करते रहे. गुरुवार को जोधपुर में बैडमिंटन कोर्ट पर नायडू ने जिस जोश और स्फूर्ति के साथ मंत्री और अफसरों को शटल कॉक पर नचाया उसे देखकर लोग उनकी फिटनेस के काबिल हो गए. नायडू ने सबसे पहले राजस्थान के ऊर्जा मंत्री बी डी कल्ला के साथ बैडमिंटन का मैच खेला. ऊर्जा मंत्री कल्ला की पूरी ऊर्जा अपने से एक साल बड़े नायडू के सामने खर्च हो गई क्योंकि नायडू में उन्हें सीधे 21 के मुकाबले 12 अंकों से हरा दिया.


जोधपुर के युवा कलेक्टर इंद्रजीत सिंह को दी मात


इसके बाद जोधपुर के युवा कलेक्टर इंद्रजीत सिंह कोर्ट पर उतरे. कलेक्टर इंद्रजीत की उम्र नायडू के मुकाबले आधी यानी करीब 37 साल है. लेकिन नायडू ने उन्हें भी शटल कॉक के साथ खूब नचाया और अंत में हरा कर कोर्ट से बाहर कर दिया. अब बारी थी जोधपुर के पुलिस कमिश्नर जोस मोहन की. जोस की उम्र करीब 44 साल यानि नायडू से करीब 28 साल छोटे हैं.


जब खेल शुरु हुआ तो नायडू फिर हावी हो गए. मैच का नतीजा यह निकला कि जोस मोहन भी नायडू से मुकाबला हार गए. इसके बाद दो अन्य अफसर भी उप राष्ट्रपति से मैच खेलने कोर्ट पर उतरे लेकिन लगातर तीन मैच जीत चुके नायडू तो शायद थकना जानते ही नहीं हैं. ये दोनों अफसर भी नायडू से मैच हार गए.


मैचों की अम्पायरिंग कर रहे कोच घनश्याम ने कही बड़ी बात


लगातार पांच लोगों को मात देने वाले उप राष्टपति का खेल देखकर मैचों की अम्पायरिंग कर रहे कोच घनश्याम मेहरु भी ये कहने से खुद को रोक नहीं सके कि उप राष्ट्रपति का खेल देखकर लगा कि वो अनुभवी तो है ही साथ ही मैच में हर एक पोंइट के लिए पूरी मेहनत भी करते है. कुल मिलाकर नायडू ने ये साबित कर डाला कि गर दिल जवान हो तो उम्र मायने नहीं रखती.


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