नई दिल्ली: आसाराम को उसके मानने वाले सिर्फ संत नही बल्कि भगवान का दर्जा देते थे. आसाराम जो कहता था उसे वो बिना किसी सवाल के चुपचाप मानते थे. अपने बच्चों को उसके आश्रम लेकर जाते थे, गुरूकुल में पढ़ने के लिए भेजते थे क्योंकि उन्हें आसाराम पर भरोसा था. इसी भरोसे का जिक्र जोधपुर की अदालत ने सजा सुनाते हुए भी किया और कहा कि संत कहे जाने के बावजूद आसाराम ने घृणित काम किया और संतों में लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई. गुरूकुल में पढ़ने वाली छात्रा के बयान में आसाराम के घृणित काम का पूरा ब्यौरा मिलता है. अगर आप ये जानना चाहते हैं कि आसाराम को अदालत ने क्यों इतनी सख्त सजा दी तो आपको पीड़ित लड़की के उस बयान को जानना चाहिए, जिसमें उसने आसाराम के सभी कुकर्मों की पूरी कहानी बताई है.
आइए जानते हैं इस मामले का पूरा घटनाक्रम और कोर्ट के सामने दिया गया पीड़ित लड़की का दिल दहला देने वाला बयान.
क्या कहा लड़की ने अपने बयान में
पीड़ित लड़की, संत श्री आसाराम गुरूकुल, परासिया रोड, छिन्दवाड़ा (मध्य प्रदेश) में क्लास 12 वीं में पढ़ती थी. अचानक एक दिन उसे चक्कर आया तो उसकी होस्टल वार्डन शिल्पी ने बताया कि उसके ऊपर भूत प्रेतों का साया है. और वो इस बारे में आसाराम बापू से बात करेगी. दिनांक 7-8-2013 को शिल्पी ने पीड़िता के घर फोन लगा कर कहा कि ‘उसकी’ तबियत ठीक नहीं है, उसे किसी बड़े शहर में ले जाकर इलाज करवाओ. दिनांक 8-8-2013 को रात 10 से 11 बजे के बीच उसके मां पापा गुरूकुल में पहुंच गए और अपनी बेटी से फोन पर बात की.
दिनांक 9-8-2013 की सुबह जब मां पापा गर्ल्स होस्टल से मुझे लेने आये तब शिल्पी से उनकी बात हुई. शिल्पी ने कहा कि उनकी बेटी के ऊपर भूत प्रेतों का साया है, जिसके बारें में उन्होंने बापू को बता दिया है और उन्होंने उसे बुलाया है. शिल्पी ने कहा कि बापू जहां भी हैं, जल्दी उनके पास लेकर जाओ. दिनांक 9-8-2013 को पीड़ित लड़की अपने घर शाहजहांपुर पहुंच गई जिसके बाद पापा ने बापू का पता खोजा तो पला चला कि वो दिनांक 12-8-2013 को दिल्ली आएंगे.
दिनांक 13-8-2013 को जब पापा दिल्ली पहुंचे तो पता चला कि बापू जोधपुर (राजस्थान) में हैं. तब बापू की सेवा में रहने वाले शिवा ने कहा कि तुम जल्दी जोधपुर आ जाओ. जोधपुर के आगे मणही गांव के पास जब पापा पहुंचे तो देखा कि जहां बापू आये थे वहां का गेट बंद है और सभी साधक बाहर खड़े थे. पापा ने तुरंत शिवा को फोन लगाकर उनसे बात की जिसके बाद शिवा ने गेट खुलवा दिया.
आसाराम का कुकर्म
पीड़ित लड़की ने आगे बताया कि जैसे ही हम अंदर गए तो बापू अपनी कुर्सी पर बैठकर सत्संग कर रहे थे, जिसके बाद हम भी वहां जाकर बैठ गए. कुछ देर बाद बाबा ने हम लोगों से पूछा कि तुम लोग कहां से हो जिसके जवाब में पीड़ित लड़की ने बताया कि वो गुरूकुल में पढ़ती है. बाबा ने लड़की की बात सुन कहा कि वो लड़की का भूत निकालेंगे. इसके बाद बाबा ने पीड़ित लड़की के साथ आध्यात्म और थ्नजनतम से संबंधित बातें की. फिर बापू ने अपने एक सेवक को भेज कर तीनों लोगों को अपने पास बुलाया और फिर अपनी कुटिया दिखाई जिसके बाद उन्होंने पीड़िता को प्रसाद देकर आराम करने के लिए भेज दिया. पीड़ित लड़की और उसके परिवारजन, उनके द्वारा दिये गये रूम में ही रूके थे.
दिनांक 15-8-2013 को बापू ने खाना भिजवाया और सत्संग प्रवचन किया. इसके बाद उस रात बापू ने सभी को अपनी कुटिया में बुलाया, बापू के पास जाने के बाद उन्होंने पहले मेरे माता- पिता से बात की, जिसके बाद उन्होंने दोनों को गेट के पास बिठा दिया और कहा कि दोनों मिलकर जाप करो, ध्यान करो और फिर थोड़े देर में चले जाना. इसके बाद बापू ने पीड़ित लड़की को पीछे चबूतरे पर बिठा दिया. फिर उसे दूध दिया, दूध पीने के बाद बापू ने मां- पापा को जाने के लिए कहा लेकिन वो गए नहीं. कुछ समय बाद पापा चले गए लेकिन मम्मी बैठी रहीं. बापू सामने के दरवाजे से अपने रूम में गये और फिर उन्होंने रूम की लाईट बंद कर दी और पीछे के दरवाजे से पीड़ित लड़की को अंदर बुलाया. जिसके बाद लड़की अंदर गई और बापू के पास जाकर बैठ गई जिसके बाद बापू उससे बात करने लगें.
पीड़ित लड़की आगे कहती है कि, बापू ने फिर उसे कहा कि अपने मां बाप को देख कर आओ कि वे क्या कर रहे हैं. जब उसने बताया कि मां बैठी है और पापा चले गये तो उसने रूम लॉक कर दिया और पीड़ित के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी. जब वो चिल्लाने लगी तो बापू ने कहा कि वो उसके मां बाप को मरवा देगा और उसे डरा धमका कर उसका मुंह बन्द कर दिया और KISS किया, गलत स्पर्श किया, पूरे शरीर पर अपने हाथ को फेरा. फिर जबरदस्ती उसे हर जगह KISS किया और अपना लिंग चूसने को कहा. और फिर जबरदस्ती कपड़े उतारने लगा. पीड़िता जब रोने- चिल्लाने लगी तो उसने उसका मुंह दबा दिया. आसाराम ने पीड़िता के साथ करीब एक से डेढ़ घंटे तक छेड़छाड़ की. उस समय रूम के बाहर उसके दो या तीन सेवक भी थे. जब पीड़िता बाहर गई तो आसाराम ने उसे धमकी दी और कहा कि इस बारे में किसी से कुछ मत कहना. जिसके बाद पीड़िता बाबा द्वारा दिए गए रूम में अपने मां- बाप के पास वापस चली गई.
पीड़ित लड़की ने बताया कि 16.8.2013 को बापू दिल्ली के लिए निकल गया और ये लोग अपने घर आ गए. जाने से पहले आसाराम ने लड़की के पापा को कहा कि इसे यानि लड़की को अभी अहमदाबाद भेज दो, वहां 7-8 दिन अनुष्ठान करेगी उसके बाद इसे मैं छिन्दवाड़ा पहुंचवा दूंगा. लेकिन लड़की वहां नही गयी. वापस घर जाकर अपने माता-पिता को पूरी बात बता दी.