नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक लड़ाकू विमान का रनवे पर लैम्बोर्गिनी कार से रेस करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है. जानकारी के मुताबिक, ये गोवा स्थित भारतीय नौसेना के आईएनएस हंस एयरबेस का वीडियो है. इस वीडियो में भारतीय नौसेना का लड़ाकू विमान 'मिग-29के' लैम्बोर्गिनी कार से वाकई में रेस लगा रहा है.


नौसेना के प्रवक्ता के मुताबिक, इस वीडियो को बनाने का मकसद युवाओं को लड़ाकू विमान उड़ाने की तरफ आकर्षित करना है. इस वीडियो के जरिए दिखाया गया है कि जो रोमांच एक फाइटर जेट उड़ाने में है वो लैम्बोर्गिनी कार को फर्राटे से दौड़ाने में भी नहीं है. सूत्रों के मुताबिक, भारतीय नौसेना अधिकारियों की कमी से जूझ रही है. नौसेना में पिछले कई सालों से 90 से भी ज्यादा फाइटर पायलट की कमी है.


सरकार और नौसेना द्वारा लगातार युवाओं को सशस्त्र सेनाओं की तरफ आकर्षित करने का प्रयास जारी है. लेकिन युवा सेनाओं के मानकों पर खरे नहीं उतरते हैं. इसीलिए तीनों सेनाओं (थसलेना, वायुसेना और वायुसेना) में करीब 9 हजार सैन्य अधिकारियों की कमी है. हाल ही में संसद में एक सवाल के जवाब में रक्षा मंत्रालय ने ये आंकड़ा पेश किया है. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, अकेले नौसेना में ही 1606 अधिकारियों की कमी है. नौसेना में 11352 अधिकारियों की जरूरत है लेकिन सिर्फ 9746 हैं. इस कमी को पूरा करने के लिए ही नौसेना ने ये नायाब तरीका निकाला है.


जानकारी के मुताबिक, नौसेना दिवस से पहले मिग-29के लड़ाकू विमान का लैम्बोर्गिनी के साथ रेस की एक छोटी सी फिल्म जारी की जानी थी. इसके लिए हाल ही में आईएनएस हंस एयरबेस पर मल्टी-कैमरा शूट किया गया था. इसी दौरान किसी ने मोबाइल से इस वीडियो को शूट कर वायरल कर दिया. इस वीडियो में दिख रहा है कि 250-260 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली कार को मिग-29के रनवे पर ही बहुत पीछे छोड़ देता है और फिर आसमान में उड़ जाता है. यानि फाइटर जेटौ का थ्रोटल (Throttle) लैम्बोरगेनी कार से कई गुना ज्यादा है. लैम्बोर्गिनी कार रेसिंग और अपने पिक-अप यानि थ्रोटल के लिए दुनियाभर में जानी जाती है.


आपको बता दें कि गोवा स्थित आईएनएस हंस एयरबेस पर भारतीय नौसेना के मिग-29के लड़ाकू विमानों की स्कॉवड्रन तैनात है. साल 2013 में भारत ने ये 45 लड़ाकू विमान रशिया से खरीदे थे. भारतीय नौसेना में इस लड़ाकू विमानों को 'ब्लैक पैंथर' के नाम से जाना जाता है. नौसेना ने रशिया से ये विमान एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात करने के लिए खरीदे थे. ये सुपरसोनिक विमान आवाज की गति से भी दुगनी रफ्तार से उड़ता है.


नौसेना के पास फिलहाल मिग-29के एकमात्र लड़ाकू विमान है. कुछ दिन पहले ही स्वदेशी लड़ाकू विमान, एलसीए-नेवी का भी एक वीडियो सामने आया था जिसमें वो विमानवाहक पोत पर लैंड करने की प्रैक्टिस कर रहा था. आने वाले समय में एलसीए-नेवी को भी एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात किया जायेगा. भारत के पास फिलहाल एक विमानवाहक-युद्धपोत, आईएनएस विक्रमादित्य है. दूसरा स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर, विक्रांत कोच्चि शिपयार्ड में तैयार हो रहा है.


कुछ साल पहले भारतीय वायुसेना ने भी सुखोई लड़ाकू विमान की रेस एक लैम्बोरगेनी कार से कराई थी.