नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए बालाकोट आतंकी कैंप पर किए गए एयरस्ट्राइक पर प्रतीकात्मक वीडियो जारी किया है. प्रतीकात्मक वीडियो जारी करते हुए एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा कि सेना हर चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.


एयरस्ट्राइक पर पाकिस्तान बोलता रहा है झूठ


बता दें कि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने दावा किया था कि भारतीय हमले में उसे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ था. पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के अधिवेशन में भी बालाकोट एयरस्ट्राइक में किसी नुकसान से इनकार किया था. पाकिस्तान ये कहता रहा है कि कोई आतंकी नहीं मारा गया. सिर्फ कुछ पेड़ तबाह हुए थे. जबकि वायुसेना ने इस कार्रवाई में कई आतंकी कैंप तबाह कर दिए थे.


एयरस्ट्राइक में मारे गए थे 250 से ज्यादा आतंकी


याद रहे कि भारतीय वायेसना ने इसी साल 26 फरवरी को बालाकोट में आतंकी कैंप पर एयरस्ट्राइक किया था. जिसमें बालाकोट में कई आतंकी कैंप तबाह कर दिए गए थे. 250 से ज्यादा आतंकी भी मारे गए थे. ये एयरस्ट्राइक 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के जवाब में था. पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 से ज्यादा जवान मारे गए थे. इस हमले के बाद में देश भर में रोष का माहौल था. पूरे देश की मांग की कि आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो. इसी का बदला लेते हुए वायुसेना ने एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था.


बालाकोट के कैंप में जैश के आतंकियों को दी जाती थी ट्रेनिंग


वायुसेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये प्रतीकात्मक वीडियो दिखाया कि किस तरह से उन्होंने बालाकोट में एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था. वायुसेना ने कहा कि वह हमेशा भारत की सुरक्षा के लिए तैयार है. बालाकोट में जिस आतंकी कैंप को निशाना बनाया गया था वहां जैश के आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी. आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला किया था.


पुलवामा हमले के ठीक बाद पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने खुद कबूल किया था कि हमले को उसकी तरफ से अंजाम दिया गया है. जबकि पाकिस्तान ये मामने से इनकार करता रहा है कि पुलवामा हमले में जैश का हाथ है. भारत ने इसको लेकर पाकिस्तान को साक्ष्य उपलब्ध कराए लेकिन दोहरे चरित्र वाले पाकिस्तान ने इसे मानने से इनकार कर दिया.


नोट: हमारे स्टोरी/वीडियो में इस प्रोमोशनल वीडियो को असली बताया गया था, लेकिन वायुसेना प्रमुख की सफाई के बाद अब इसमें सुधार कर दिया गया है.