बिना सिक्योरिटी बेंगलुरु की सड़कों पर किताबें खरीदती नजर आईं ब्रिटिश PM ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता, Video
इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति और उनका परिवार सादगी के लिए जाना जाता है. ऐसा ही कुछ बेंगलुरु में दिखा. यहां ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता पिता नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति के साथ नजर आईं.
इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति हाल ही में अपनी बेटी और ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ बेंगलुरु के राघवेंद्र मठ पहुंचे. इस दौरान अक्षता के साथ उनकी बेटियां अनुष्का और कृष्णा भी मौजूद थीं. खास बात ये है कि अक्षता इस दौरान कैजुअल कपड़ों में नजर आईं, उनके साथ कोई सिक्योरिटी भी मौजूद नहीं थी. अक्षता ने इस दौरान मठ में लगे स्टॉल पर किताबें भी देखीं. अक्षता की इस सादगी की सोशल मीडिया पर तारीफ हो रही है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर @GuruPra18160849 नाम के यूजर ने इस वीडियो को शेयर किया है. इसमें उन्होंने लिखा, यूके के पीएम ऋषि सुनक की पत्नी और बच्चे बेंगलुरु के राघवेंद्र मठ में देखे गए, उनके साथ इंफोसिस के संस्थापक नारायणमूर्ति भी थे. उनके साथ सिक्योरिटी भी नहीं थी. यूजर ने उनकी सादगी की भी तारीफ की.
UK PM Rishi Sunak's wife and kids spotted at Raghavendra Mutt in Bengaluru, accompanied by Infosys Founder Narayanamurthy. Their simplicity shines through, with no security in sight. pic.twitter.com/WxIAvHh40w
— M.R. Guru Prasad (@GuruPra18160849) February 26, 2024
यह पता नहीं चला है कि ये वीडियो कब का है. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब मूर्ति परिवार की सादगी की तारीफ हुई हो. इससे पहले अक्षता और उनके पिता नारायण मूर्ति की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी, इसमें दोनों बेंगलुरु में आइसक्रीम खाते नजर आए थे.
सितंबर में G-20 समिट में शामिल होने भारत आईं थी अक्षता
इससे पहले अक्षता अपने पति ऋषि सुनक के साथ सितंबर में जी-20 समिट में शामिल होने भारत आई थीं. यह ऋषि सुनक की ब्रिटेन के पीएम बनने के बाद पहली भारत यात्रा थी. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा आयोजित जी-20 डिनर में ऋषि सुनक और उनक पत्नी अक्षता निर्मला सीतारमण, अश्विनी कुमार चौबे समेत कई केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत करते नजर आए थे. इसके बाद अक्षता और ऋषि सुनक दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर भी पहुंचे थे, यहां दोनों ने पूजा अर्चना की थी. अक्षता और ऋषि सुनक ने करीब एक घंटा मंदिर में गुजारा था.