Vijay Mallya: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार (17 दिसंबर) को लोकसभा में बताया था कि ईडी ने अब तक विभिन्न घोटालों के पीड़ितों को 22,280 करोड़ रुपये की संपत्ति वापस दिलाई है, जिसमें भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या की संपत्ति की बिक्री से विभिन्न बैंकों को 14,000 करोड़ रुपये से अधिक की वापसी की गई है. इसके अलावा इसमें हीरा व्यापारी नीरव मोदी की 1,053 करोड़ रुपये की संपत्ति भी शामिल है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 14,131.6 करोड़ रुपये की संपत्ति बरामद करने के दावे पर पलटवार करते हुए भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार (18 दिंसबर) को कहा कि वो राहत पाने के हकदार हैं.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बयान में कही थी ये बात
वित्त मंत्री सीतारमण ने लोकसभा को बताया था कि केंद्रीय प्रवर्तन एजेंसी ने आर्थिक अपराध मामलों से जुड़े व्यक्तियों और कंपनियों की लगभग 22,280 करोड़ की संपत्ति सफलतापूर्वक वापस की है. उन्होंने लोकसभा में कहा कि बरामद की गई संपत्तियों में से भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या की 14,131.6 करोड़ की पूरी कुर्क संपत्ति सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वापस कर दी गई है.
उन्होंने लोकसभा में अपने भाषण में कहा, " यह जानना जरूरी है कि हमने आर्थिक अपराधों में किसी को नहीं छोड़ा है, हम उनके पीछे हैं. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जो पैसा बैंकों में जाना है वह वापस आ जाए."
विजय माल्या ने उठाई राहत की मांग
विजय माल्या ने सोशल मीडिया पर आर्थिक अपराधी के रूप में अपने लेबल पर सवाल उठाया और राहत की मांग की. उन्होंने लिखा, "ऋण वसूली न्यायाधिकरण ने केएफए के ऋण को 6203 करोड़ पर आंका है, जिसमें 1200 करोड़ का ब्याज भी शामिल है. वित्त मंत्री ने संसद में घोषणा की कि ईडी के माध्यम से, बैंकों ने ₹ 6203 करोड़ के निर्णय ऋण के विरुद्ध मुझसे 14,131.60 करोड़ वसूल किए हैं और मैं अभी भी एक आर्थिक अपराधी हूं. जब तक ईडी और बैंक कानूनी रूप से यह साबित नहीं कर सकते कि उन्होंने दोगुने से अधिक ऋण कैसे लिया है, मैं राहत पाने का हकदार हूं, जिसके लिए मैं प्रयास करूंगा."