लंदन: भारत में वांछित भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने प्रत्यर्पण से बचने के लिए आखिरी पैंतरा चल दिया है. माल्या के वकील ने शुक्रवार को ब्रिटेन की एक अदालत में सुनवाई के दौरान इसके संकेत दिए. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि माल्या ने ब्रिटेन के गृह मंत्रालय के पास शरण मांगने का आवेदन किया है.


भारत सरकार के प्रत्यर्पण अनुरोध के खिलाफ वित्तीय हेर-फेर के मामलों में भगोड़े विजय माल्या की याचिका को ब्रिटेन के उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल खारिज कर दिया था. वह तब तक ब्रिटेन में रह सकता है, जब तक कि ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल उसे भारत भेजे जाने और भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की सुनवाई का सामना करने के दस्तावेज पर हस्ताक्षर नहीं कर दें.


माल्या के वकील फिलिप मार्शल ने दिवालाशोधन एवं कंपनी न्यायालय के उप न्यायाधीश नाइजल बार्नेट के जरिए शुक्रवार को वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए हो रही सुनवाई में अलग से पूछे जाने पर कहा, 'प्रत्यर्पण की प्रक्रिया को बरकरार रखा गया है, लेकिन माल्या अब भी यहां है क्योंकि आप जानते हैं कि उसके पास गृहमंत्री के समक्ष आवेदन करने का एक रास्ता बचा हुआ है.'


गोपनीय न्यायिक प्रक्रिया जारी


ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने अभी तक सिर्फ इस बात की पुष्टि की है कि प्रत्यर्पण के अनुरोध से पहले एक गोपनीय न्यायिक प्रक्रिया चल रही है. इससे इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि माल्या ने शरण मांगने का आवेदन किया है. हालांकि इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि शरण मांगने के आवेदन पर निर्णय इस बात पर निर्भर करेगा कि उसने (माल्या ने) यह आवेदन कब किया.


अगर विजय माल्यान ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद यह आवेदन किया होगा, तब इस पर उसे राहत मिलने की गुंजाइश नाममात्र की है. ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में माल्या के जरिए पैसे की निकासी की इजाजत मांगने की याचिका पर सुनवाई हो रही थी.


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