नई दिल्ली: भारत से फरार विजय माल्या को ब्रिटेन की अदालत से बड़ा झटका लगा है. उसे प्रत्यर्पण के केस में हार मिली है. ऐसे में अब विजय माल्या के भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. भगोड़े शराब कोरोबारी विजय माल्या ने भारत के हवाले किए जाने के आदेश खिलाफ ब्रिटेन के हाई कोर्ट में अपील दायर की थी, जिसे अदालत ने आज ठुकरा दिया.


रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायाधीश स्टीफन इरविन और न्यायाधीश एलिजाबेथ लांग की दो सदस्यीय पीठ ने अपने फैसले में माल्या की अपील खारिज कर दी. कोरोना वायरस महामारी के कारण जारी ‘लॉकडाउन’ के कारण मामले की सुनवाई वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये हुई.


भारत विजय माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटा है. विजय माल्या करीब पांच साल से लंदन में है, जहां उसके खिलाफ प्रत्यर्पण का मुकदमा चल रहा था. माल्या पर 13 भारतीय बैंकों का करीब 9 हजार करोड़ बकाया है.


भारत की अदालत माल्या को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित कर चुकी है और धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) से संबंधित मामलों में उसकी संपत्ति जब्त करने की कार्यवाही भी शुरू कर चुकी है.