नई दिल्ली: शराब कारोबारी विजय माल्या ने कहा कि उन्होंने बैंकों से जो रकम उधार ली वो पूरा पैसा लौटाने का बार-बार प्रस्ताव दिया. लेकिन ने तो बैंक पैसा लने के लिए तैयार है और न ही ईडी अपने एटेचमेंट जारी करने के लिए तैयार है, जो उन्होंने बैंकों की तरफ से दायर किए हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कोरोना वायरस महामारी के इस संकटपूर्ण समय में दिवालिया हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस की तरफ से उधार ली गई शत प्रतिशत राशि चुकाने की उनकी पेशकश पर विचार करेंगी.
बता दें कि माल्या पर करीब नौ हजार करोड़ रुपये के धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. भारत माल्या को भगोड़ा घोषित कर चुका है. माल्या ने कहा कि लॉकडाउन के बाद उनकी सभी कंपनियों ने भारत में संचालन और मैन्युफैक्चरिंग बंद कर दिया है.
माल्या ने ट्वीट किया, "मैंने केएफए द्वारा बैंकों से उधार ली गई राशि का 100 प्रतिशत भुगतान करने के लिए बार-बार प्रस्ताव दिया है. न तो बैंक धनराशि लेने के लिए तैयार हैं और न ही ईडी अपने एटेचमेंट जारी करने के लिए तैयार है, जो उन्होंने बैंकों की तरफ से दायर किए हैं. मुझे उम्मीद है कि वित्त मंत्री इस संकट के इस समय में (मेरी बात) सुनेंगी."
इसके आगे माल्या ने कहा, "भारत सरकार ने पूरे देश को बंद करके जो किया, वह अकल्पनीय था. हम इसका सम्मान करते हैं. मेरी सभी कंपनियों ने प्रभावी ढंग से संचालन बंद कर दिया है. सभी मैन्युफैक्चरिंग भी बंद हैं."
माल्या ने सरकारी मदद मांगी और कहा, "हम कर्मचारियों को घर नहीं भेज रहे हैं और व्यर्थ लागत का भुगतान कर रहे हैं. सरकार को मदद करनी होगी." उन्होंने लोगों से घर में रहने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की और कहा कि वह भी ऐसा ही कर रहे हैं.