कर्नाटक चुनाव पर माल्या ने कहा- वोट डालना मेरा अधिकार, लेकिन भारत नहीं जा सकता
कर्नाटक चुनाव पर माल्या की राय के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मैं राजनीति पर करीबी से नजर नहीं रख पा रहा हूं , लिहाजा (चुनावों पर) मेरी कोई राय नहीं है.’
लंदन: राज्यसभा में दो बार कर्नाटक की नुमाइंदगी कर चुके विवादित शराब कारोबारी विजय माल्या ने आज कहा कि कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनावों में वोट डालना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है. हालांकि उसने अफसोस जताया कि वह भारत की यात्रा नहीं कर सकता. माल्या भारत में धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में वांटेड है.
मैं यात्रा नहीं कर सकता: माल्या
माल्या ने पहली बार 10 अप्रैल 2002 से नौ अप्रैल 2008 तक संसद के राज्यसभा में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व किया था. अपने प्रत्यर्पण से जुड़े मुकदमे की सुनवाई के सिलसिले में वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट अदालत पहुंचे माल्या ने अदालत के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘कर्नाटक में वोट डालना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि मैं यहां हूं और यात्रा नहीं कर सकता.’’
मैं राजनीति पर करीबी नजर नहीं रखा पा रहा हूं: माल्या
माल्या को दोबारा एक जुलाई 2010 को राज्यसभा के लिए चुना गया. हालांकि, 30 जून 2016 को अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उसने पांच मई 2016 को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. वह मार्च 2016 से ब्रिटेन में है. कर्नाटक चुनाव पर माल्या की राय के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘मैं राजनीति पर करीबी से नजर नहीं रख पा रहा हूं , लिहाजा (चुनावों पर) मेरी कोई राय नहीं है.’’ 12 मई को 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं.