नई दिल्ली: भारतीय बैकों का हजारों करोड़ लेकर विदेश भागे उद्योगपति विजय माल्या के साम्राज्य की उल्टी गिनती शुरू हो गई . प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई की एक अदालत में माल्या की 12,500 करोड रुपये की प्रापर्टी जब्त करने की याचिका दी है, इसमें माल्या के खिलाफ आर्थिक अपराधी भगोड़े अधिनियम के तहत कार्वराई की मांग की गई है.


आपको बता दें कि इस अधिनियम के तहत आरोपी की देश-विदेश में मौजूद निजी संपत्ति भी जब्त कर बेची जा सकती है. विजय माल्या के पास करीब 2300 करोड़ रुपये की निजी संपत्ति है जिसे बेचकर बैंकों को बकाया वसूला जा सकता है.


मुंबई कोर्ट आज माल्या के खिलाफ नोटिस जारी कर सकता है. नोटिस में आरोपी को छह सप्ताह और कोर्ट के दिए गए टाइम पर जवाब देना होता है. अगर कोर्ट जवाबों से सहमत नहीं हुआ तो संपत्ति जब्त करने के आदेश दे सकता है. नए अधिनियम के मुताबिक कोर्ट के आदेशो को ईमेल के जरिए भी आरोपी को भेजा जा सकता है.


माल्या का पीएम मोदी को खत लिखने का दावा
आपको बता दें कि भारत से फरार शराब कारोबारी विजय माल्या ने दावा किया है कि उसने कर्ज लौटाने के लिए पूरा प्रयास किया. इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को भी पत्र लिखा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. साथ ही माल्या ने कहा कि बैंकों ने उसे बैंकों को चूना लगानेवालों में 'पोस्टर ब्वाय' की तरह पेश किया. हालात ये हैं की मेरा नाम सुनते ही लोगों में गुस्सा भड़क उठता है.


विजय माल्या ने कहा, ''मैंने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को 15 अप्रैल 2016 को पत्र लिखा था और अब मैं चीजों को सही संदर्भ में पेश करने के लिए इन पत्रों को सार्वजनिक कर रहा हूं.'' उन्होंने कहा कि उन्हें पत्र का जवाब नहीं मिला.


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