कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे आज एक मुठभेड़ में मारा गया है. कानपुर के हैलट अस्पताल ने बताया, विकास को चार गोलियां लगी थी. तीन गोलियां सीने के आसपास लगी थी और एक गोली हाथ पर लगी थी. मुठभेड़ के बाद विकास को कानपुर के हैलट अस्पताल ले जाया गया था. GSVM मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य आरबी कमल ने ये भी बताया, विकास अस्पताल पहुंचने तक मर चुका था.
अभी तक हालांकि गैंगस्टर के परिवार का कोई भी सदस्य उसकी मौत की खबर सुनने के बाद अस्पताल नहीं पहुंचा है. दुबे की मां सरला दुबे लखनऊ में है, लेकिन उन्होंने मीडियाकर्मियों से मिलने से मना कर दिया है. कृष्णा नगर क्षेत्र में लखनऊ आवास के बाहर कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. विकास दुबे का भाई दीप प्रकाश दुबे फरार है. विकास की पत्नी ऋचा दुबे और बेटे को एसटीएफ अपने साथ ले गई थी और दोनों कानपुर में पुलिस लाइन में हैं.
कैसे मारा गया विकास दुबे
पुलिस के अनुसार उज्जैन से कानपुर लाते समय हुए सड़क हादसे में एक पुलिस वाहन के पलटने के बाद दुबे ने भागने का प्रयास किया, जिसके बाद मुठभेड़ में वह मारा गया. वहीं, पुलिस वाहन पलटने से पुलिस निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी घायल भी हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर है.
कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया कि सड़क दुर्घटना सुबह हुई. उन्होंने कहा "तेज बारिश हो रही थी. पुलिस ने गाड़ी तेज भगाने की कोशिश की जिससे वह डिवाइडर से टकराकर पलट गयी और उसमें बैठे पुलिसकर्मी घायल हो गए. उसी मौके का फायदा उठाकर दुबे ने पुलिस के एक जवान की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की और कुछ दूर भाग भी गया."
कुमार ने कहा, "तभी पीछे से एस्कॉर्ट कर रहे एसटीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की और उसी दौरान उसने एसटीएफ पर गोली चला दी जिसके जवाब में जवानों ने भी गोली चलाई और वह घायल होकर गिर पड़ा. हमारे जवान उसे अस्पताल लेकर गए जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई."
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