मुंबई: एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के गुर्गे अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी ने आज ठाणे की एक अदालत से मांग की कि उसे उत्तर प्रदेश सड़क की बजाय हवाई मार्ग से ले जाया जाए. गुड्डन त्रिवेदी ने अपने वकीलों के माध्यम से अदालत को बताया, "विकास दुबे को मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश ले जाते समय सड़क पर मुठभेड़ में मार दिया गया था, वह मुझे भी मार देंगे." इस बीच, गुड्डन त्रिवेदी और उसके ड्राइवर साथी सोनू तिवारी को 21 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
गैंगस्टर विकास दुबे के दाहिने हाथ अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी और उसके साथी सोनू तिवारी को कल ठाणे में मुंबई एटीएस से दया नायक के दस्ते ने गिरफ्तार किया. आज ठाणे सेशंस कोर्ट में उन्हें पेश किया गया. दोनों को 21 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. त्रिवेदी के वकीलों ने मांग की थी कि दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए, क्योंकि महाराष्ट्र में उनकी जांच करने की कोई आवश्यकता नहीं थी, क्योंकि यह मामला उत्तर प्रदेश का था.
उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम मुंबई के लिए रवाना हुई है, दोनों को 21 जुलाई तक तलोजा जेल में रखा जाएगा, जब तक कि टीम नहीं आती. जेल जाने से पहले उनका कोविड-19 का परीक्षण भी किया जाएगा. इस बीच, अदालत ने हवाई यात्रा की मांग को सुना, लेकिन उस पर शासन को कोई निर्देश नहीं दिए.
उत्तर प्रदेश के कानपुर का गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन में पकड़ा गया था. बाद में यूपी एसटीएफ की एक टीम ने उसे गिरफ्तार किया. हालांकि, उज्जैन से कानपुर जाते समय पुलिस के साथ मुठभेड़ में वह मारा गया. यही वजह है कि दोनों ने मुंबई से कानपुर तक हवाई मार्ग से ले जाने की मांग की है. पुलिस को मारने के बाद गुड्डन त्रिवेदी भी विकास दुबे की तरह फ़रार था.
दोनों एक साथ भागने में सफल हो गए थे. वे उज्जैन तक साथ थे. लेकिन तभी विकास दुबे वहीं रुक गया और गुड्डन अपने ड्राइवर के साथ ठाणे के कोलशेत पहुंचा. उन्होंने सब्जी की गाड़ी में ठाणे की यात्रा की. वह वाहन से उज्जैन से राजस्थान, राजस्थान से पुणे, पुणे से नासिक और नासिक से ठाणे अपने रिश्तेदार के यहां छिपने पहुंचा. हालांकि, मुंबई के एटीएस दस्ते से दया नायक की टीम ने उसे ढूंढ लिया और कल उसे गिरफ्तार कर लिया.