Kanpur Breaking News: प्रियंका गांधी बोलीं- सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से पूरे कांड की न्यायिक जांच हो
एनकाउंटर कानपुर के भउती इलाके में हुआ है. मौके पर आला अधिकारियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. अधिकारी घटना स्थल की मुआएना कर रहे हैं. विकास दुबे को तीन गोलियां लगीं जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया. इलाज के दौरान विकास को मृत घोषित कर दिया गया.
कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया कि सड़क दुर्घटना सुबह हुई. उन्होंने कहा "तेज बारिश हो रही थी. पुलिस ने गाड़ी तेज भगाने की कोशिश की जिससे वह डिवाइडर से टकराकर पलट गयी और उसमें बैठे पुलिसकर्मी घायल हो गए. उसी मौके का फायदा उठाकर दुबे ने पुलिस के एक जवान की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की और कुछ दूर भाग भी गया.कुमार ने कहा, "तभी पीछे से एस्कॉर्ट कर रहे एसटीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की और उसी दौरान उसने एसटीएफ पर गोली चला दी जिसके जवाब में जवानों ने भी गोली चलाई और वह घायल होकर गिर पड़ा. हमारे जवान उसे अस्पताल लेकर गए जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई."
उत्तर प्रदेश ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि कानपुर मुठभेड़ में कुल 21 अभियुक्त नामजद थे और 60 से 70 अन्य अभियुक्त थे. जिसमें से अब तक 3 लोग गिरफ्तार हुए हैं, 6 मारे गए हैं और 120 बी के अंदर 7 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है. 12 इनामी बदमाश वांछित चल रहे हैं.
LLR अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ. आरबी कमल ने कहा कि यहां 3 पुलिसकर्मी लाए गए हैं रमाकांत, पंकज और प्रदीप, वो खतरे से बाहर हैं. 2 पुलिसकर्मियों को गोली लगी है, दोनों की हालत अभी स्थिर है. साथ ही उन्होंने बताया कि विकास दुबे को यहां मृत लाया गया था, उसको 4 गोली लगी थी. 3 गोली सीने में लगी थी और एक हाथ में लगी थी.
बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड की तथा साथ ही इसके मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जाँच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि यह उच्च-स्तरीय जांच इसलिए भी जरूरी है ताकि कानपुर नरसंहार में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के परिवार को सही इन्साफ मिल सके. साथ ही, पुलिस व आपराधिक राजनीतिक तत्वों के गठजोड़ की भी सही शिनाख्त करके उन्हें भी सख्त सजा दिलाई जा सके. ऐसे कदमों से ही यूपी अपराध-मुक्त हो सकता है.
विकास दुबे के एनकाउंटर पर उसकी मां सरला देवी के पहला बयान सामने आया है. कानपुर जानें के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरा उससे कोई रिश्ता नहीं है. मुझे कहीं नहीं जाना.
कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि यह एक साहसिक मुठभेड़ थी. उन्होंने कहा कि हमारे साथियों ने जान की बाजी लगाई, मैं इसके लिए उन्हें बंधाई देना चाहता हूं. अगर जरा सी भी चूक होती तो वो विकास दुबे हमार हाथ से निकल जाता.
UP ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि विकास दुबे जब आ रहा था, तब गाड़ी पलट गई उसके बाद उसने पुलिस का हथियार छीनने की कोशिश की और भागा. पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, वो घायल हुआ और अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित किया गया. इसको लेकर अधिकारिक बयान जारी किया जाएगा.
मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कानून ने अपना काम किया है. अफसोस और मातम की बात उन लोगों के लिए होगी जो कल पकड़ लिया था तो कह रहे थे कि जिंदा क्यों पकड़ लिया?आज मर गया तो कह रहे हैं कि मर कैसे गया कई राज दफन हो गए. एमपी की पुलिस ने अपना किया,गिरफ्तार करके UP पुलिस के हवाले कर दिया.
कानपुर के बिकरू गांव में 7 जिंदा बम मिले हैं. पुलिस की टीम ने उन्हें निष्क्रिय कर दिया है. ये बम दयाशंकर अग्निहोत्री की राशन की दुकान से मिले हैं. बम निरोधक दस्ते को भी सूचना दे दी गई है.
कानपुर: कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हुए पुलिसकर्मियों को लाला लाजपत राय अस्पताल लाया गया. कानपुर के IG मोहित अग्रवाल के मुताबिक इस मुठभेड़ में 4 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कल जब विकास को जिंदा पकड़ा गया तो भी विपक्ष सवाल उठा रहा था आज जब मारा गया तब भी विपक्ष सवाल उठा रहा है.
विकास दुबे के एनकाउंटर पर कानपुर मुठभेड़ में जान गंवाने वाले पुलिसकर्मी जितेंद्र सिंह के पिता ने कहा कि मैं उत्तर प्रदेश प्रशासन को धन्यवाद करता हूं, मैं आज बहुत खुश हूं. आज मुझे गर्व है कि मेरे बेटे की शहादत खाली नहीं गई. आज मेरे बेटे की आत्मा को संतुष्टि मिलेगी.
विकास दुबे के मारे जाने की खबर के बाद ऱणदीप सुरजेवाला ने कहा कि विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया. कई लोगों ने पहले ही ये आशंका जताई थी. पर अनेकों सवाल छूट गए. उन्होंने पूछा- अगर उसे भागना ही था, तो उज्जैन में सरेंडर ही क्यों किया? उस अपराधी के पास क्या राज थे जो सत्ता-शासन से गठजोड़ को उजागर करते? पिछले 10 दिनों की कॉल डिटेल्ज़ जारी क्यों नहीं?
विकास दुबे के मारे जाने की खबर के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बार फिर सवाल उठाए हैं. प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?
दिग्विजय सिंह ने कहा कि जिसका शक था वह हो गया. विकास दुबे का किन किन राजनैतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा. पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?
विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद विपक्ष की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. सामजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि कार नहीं पलटी है, राज़ खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है.
पूरे मामले को लेकर यूपी पुलिस थोड़ी देर में प्रेस कांफ्रेस कर जानकाारी देगी. फिलहाल अधिकारी घटना स्थल की मुआयना कर रहे हैं. एसपी अनिल कुमार ने भी विकास के मारे जाने की पुष्टि की है. एनकाउंटर में STF के दो जवान भी घायल हुए हैं. जिनका इलाज चल रहा है.
हादसे को लेकर यूपी एसटीएफ के अफसर अभी कुछ बोलने से बच रहे हैं. माना जा रहा है कि तेज बारिश की वजह से गाड़ी पलट गई. एनकाउंटर में एसटीफ के दो जवान भी घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रह है.
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे साल 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड का मुख्य आरोपी था. साल 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कलेज के सहायक प्रबंधक सिद्घेश्वर पांडेय की हत्या में भी विकास दुबे का नाम आया था. कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र में ही साल 2000 में रामबाबू यादव की हत्या के मामले में विकास दुबे पर जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप था.
साल 2004 में केबिल व्यवसायी दिनेश दुबे की हत्या के मामले में भी विकास आरोपी था. 2001 में कानपुर देहात के शिवली थाने के अंदर घुस कर इंस्पेक्टर रूम में बैठे तत्कालीन श्रम संविदा बोर्ड के चौयरमेन, राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त बीजेपी नेता संतोष शुक्ल को गोलियों से भून दिया था. कोई गवाह न मिलने के कारण केस से बरी हो गया था.
ये एनकाउंटर कानपुर के भउती इलाके में हुआ है. मौके पर आला अधिकारियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. अधिकारी घटना स्थल की मुआएना कर रहे हैं. विकास दुबे को तीन गोलियां लगीं जिसके बाद उसे अस्पताल लाया गया. इलाज के दौरान विकास को मृत घोषित कर दिया गया. एसपी अनिल कुमार ने भी विकास के मारे जाने की पुष्टि की है.
एनकाउंटर में STF के दो जवान भी घायल हुए हैं. दरअसल कानपुर आते ही पुलिस के गाड़ी रास्ते में पलट गई. इसी दौरान विकास दुबे ने पुलिस के एक जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे 3 गोलियां लगीं.
विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ की. इस दौरान उसने कई बड़े खुलासे किए. विकास दुबे ने कहा कि वह पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शवों को जलाना चाहता था. जलाने के लिए शवों को एक जगह इकट्ठा किया गया था और तेल का इंतजाम भी कर लिया गया था. विकास ने पुलिसकर्मियों के संपर्क में होने की बात भी कही थी.
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया. विकास को कमर में गोली लगी है जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
कांग्रसे नेता जीतू पटवारी ने कहा कि विकास दुबे को मंदिर के गार्ड ने पकड़ा पुलिस ने नहीं. सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाने साधते हए उन्होंने कहा कि आपने मद्य प्रदेश को अपराध की राजधानी बना दिया. मुझे शर्म आती है.
उत्तर प्रदेश के हिस्टीशीटर विकास दुबे के मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए है और कहा है कि विकास का प्रायोजित सरेंडर है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा, "यह तो उत्तरप्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने के लिए प्रायोजित सरेंडर लग रहा है. मेरी सूचना है कि मध्यप्रदेश भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के सौजन्य से यह संभव हुआ है. जय महाकाल."
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विकास दुबे उत्तर प्रदेश के 8 पुलिसकर्मियों की नृशंस हत्या का आरोपी है. उज्जैन पुलिस ने उसे दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया है. इतनी बड़ी सफलता पर पुलिस को बधाई देने के बजाय कांग्रेस के नेता मध्य प्रदेश पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाने में जुटे हैं.
विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद नरोत्तम मिश्रा और प्रियंका गांधी में ट्वीट वॉर शुरू हो गया है. प्रियंका के ट्वीट का जवाब देते हुए मिश्रा ने कहा, 'ये लोग पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं. ये गलवां में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं. आज एक कुख्यात अपराधी पकड़ा गया है तो मध्यप्रदेश पुलिस पर सवाल उठा रहे हैं. ये वो हैं जो सेना और पुलिस का मनोबल गिराने का काम करते हैं.'
विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद उज्जैन पुलिस ने यूपी नंबर की एक गाड़ी को जब्त किया है. जिसका नंबर UP-32 KS-1104 है. गाड़ी की नेबर प्लेट पर हाईकोर्ट भी लिखा हुआ है. इस गाड़ी पर एडवोकेट के स्टीकर भी लगा हुआ है. इस गाड़ी में दो वकील आए हैं. पुलिस को शक है कि कहीं विकास इनके साथ ही ना आया हो. वकीलों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.
कानपुर में शहीद हुए सीओ देवेंद्र कुमार मिश्रा के परिवार ने विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया है कि क्या ऐसे ही होती हैं गिरफ्तारियां? उन्होंने कहा कि विकास दुबे का नेटवर्क एक्टिव है. सारे राज्यों की पुलिस और एसटीएफ के अलर्ट रहते हुए भी वो महाकाल मंदिर पहुंच गया. वहां जाकर दर्शन की टिकट कटवाता है. ये कैसे संभव है? इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंचती है तो मीडियावालों को लेकर जाती है. क्या ऐसे ही होती है गिरफ्तारियां? उन्होंने आगे कहा, मैं किसी पुलिस पर आरोप नहीं लगा रहा हूं. मैं सीधे-सीधे तंत्र पर आरोप लगा रहा हूं. पुलिसवाले अपना काम कर रहे हैं. सभी पुलिसवालों या किसी पूरी राजनीतिक पार्टी पर आरोप लगाना गलत है. इसमें शामिल लोगों की पहचान होनी चाहिए.
विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर प्रियंका गांधी ने भी सवाल खड़े किए हैं. प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि तीन महीने पुराने पत्र पर ‘नो एक्शन’ और कुख्यात अपराधियों की सूची में ‘विकास’ का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं. यूपी सरकार को मामले की CBI जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगज़ाहिर करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई. अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है.
मध्य प्रदेश पुलिस विकास दुबे को सीधा यूपी पुलिस को सौंपेगी. विकास को कोर्ट में पेश नहीं किया जाएगा. पहसे उसे उज्जैन की कोर्ट में पेश किया जाना था. यूपी पुलिस विकास को लेने के लिए मध्य प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी है.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि विकास यूपी पुलिस के डर से एक राज्य से दूसरे राज्य भागता फिर रहा था. विकास पर पूरी तरह से शिकंजा कसा जाएगा. उन्होंने कहा कि इस बड़ी कामयाबी के लिए मैं यूपी और एमपी पुलिस को बधाई देता हूं.
विकास दुबे की मां सरला देवी ने कहा कि विकास हर साल सावन के महीने में उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन करने जाता था. उन्होंने कहा कि विकास को महाकाल बाबा ने ही बचाया है. उन्होंने कहा कि जो जैसा करेगा वो वैसा भरेगा. सरला देवी ने कहा कि टीवी से उन्हें विकास की गिरफ्तारी की जानकारी मिली. अब सरकार जो करना चाहती है करे.
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि मामले की विवेचना की जा रही है. यूपी पुलिस विकास को लेने के लिए मध्य प्रदेश के लिए रवाना हो चुकी है. उसको रिमांड पर लेकर पुलिस यूपी ले आएगी. विकास की गिरफ्तरी के बाद कानपुर के बिकरु गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.
कानपुर कांड में शहीद हुए डीएसपी देवेंद्र मिश्रा के रिश्तेदर कमलाकांत मिश्रा ने कहा कि विकास के पकड़े जाने के बाद कहानी खत्म नहीं हुई है बल्कि अब कहानी शुरू हुई है. उन्होंने कहा कि विकास दुबे को मौत से बचाया गया है. ऐसे गिरफ्तारी नहीं होती. ये सब मिलीभगत है. विकास को अबतक जिसने बचाया है उन लोगों के कहने पर ही उसने गिरफ्तारी भी दी है.
बिहार DGP ने कहा कि वो(विकास दूबे) आत्मसमर्पण नहीं कर सकता. अगर करना होता तो कहीं और कर सकता था, दिल्ली,हरियाणा ज़्यादा सुरक्षित था,ये मध्य प्रदेश पुलिस की कामयाबी है. UP पुलिस से उसे डर था इसलिए उसे कहीं बाहर जाना था. महाकाल ने उसे दर्शन ही नहीं दिया, दर्शन करने से पहले ही पकड़ा गया.
कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित विकास दुबे उज्जैन में सुबह 7:45 अपने कुछ साथियों के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आया था.विकास दुबे ने दर्शन के लिए महाकाल मंदिर की 250 रुपये की पर्ची भी कटाई थी और दर्शन करने लाइन में लगा था. उसे एनकाउंटर का डर भी था शायद इसी वजह से उसने ये रास्ता चुना. इस दौरान वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. कानपुर में वारदात के बाद से ही मध्य प्रदेश पुलिस अलर्ट मोड पर थी. मध्य प्रदेश पुलिस को इंटेलिजेंस से कुख्यात अपराधी विकास दुबे के उज्जैन आने की सूचना मिली थी.इसी आधार पर महाकाल थाना पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी की है. अपराधी चाहे कितना ही बड़ा हो, हमारी पुलिस किसी को भी छोड़ती नहीं है.
उज्जैन के जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि विकास दुबे महाकाल का दर्शन करने मंदिर में जा रहा था. उसी समय सुरक्षाकर्मियों ने उसको पहचाना और कंट्रोल रूम को सूचना दी. इसके बाद विकास दुबे वहां पर चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगा कि मैं ही विकास दुबे हूं. इसके बाद पुलिस की टीम ने उसको गिरफ्तार कर लिया. कानपुर का कुख्यात गैंगस्टर और आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपित विकास दुबे उज्जैन में सुबह 7:45 अपने कुछ साथियों के साथ महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए आया था. इस दौरान वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी.
बिहार के डीजीपी गुप्तेसवर पांडे ने कहा कि ऐसे अपराधियों का कोई धर्म और कोई जात नहीं होती है. इनको ताकत जनसमर्थन से मिलती है अगर वो मिलना बंद हो जाए तो ऐसे लोग खत्म हो जाएंगे.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिनको लगता है की महाकाल की शरण में जाने से उनके पाप धूल जाएँगे उन्होंने महाकाल को जाना ही नहीं.हमारी सरकार किसी भी अपराधी को बख्श्ने वाली नहीं है. उन्होंने कहा कि मैंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर ली है. शीघ्र आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी. मध्यप्रदेश पुलिस, विकास दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपेगी.
विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर विपक्ष की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी हैं. समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि ख़बर आ रही है कि ‘कानपुर-काण्ड’ का मुख्य अपराधी पुलिस की हिरासत में है. अगर ये सच है तो सरकार साफ़ करे कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ़्तारी. साथ ही उसके मोबाइल की CDR सार्वजनिक करे जिससे सच्ची मिलीभगत का भंडाफोड़ हो सके.
जब विकास दुबे को गिरफ्तार किया गया तो उसने चिल्लाकर कहा कि मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला. पकड़े जाने के बाद भी विकास की हेकड़ी खतम नहीं हो रही है. फिलहाल विकास को महाकाल थाने की पुलिस अपने साथ ले गई है. उज्जैन की ट्रांजिट कोर्ट में उसे पेश किया जाएगा.
मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी विकास दुबे के पकड़े जाने की तस्दीक की है. विकास दुबे को उज्जैन की ट्रांजिट कोर्ट में पेश किया जाएगा. उसके बाद उसे यूपी पुलिस रिमांड पर लेगी और फिर उससे पूछताछ की जाएगी.
आज सुबह ही पुलिस ने एनकाउंटर में विकास दुबे के दो और साथियों प्रभात मिश्रा और बउअन को मार गिराया है. विकास के करीबी माने जाने दोनों अपराधी कानपुर कांड में शामिल थे. प्रभात को कानपुर की पनकी थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में पुलिस ने ढेर किया. प्रभात को फरीदाबाद से गिरफ्तार करके रिमांड पर लाया जा रहा था, यहां उसने पुलिस का हथियार छिनकर भागने की कोशिश की और मारा गया. पुलिस की गाड़ी पंचर हो जाने की वजह से प्रभात ने भागने की नाकाम कोशिश की. प्रभात ने पुलिस का हथियार छीनकर फायर किया जिसमें पुलिस के दो जवान घायल हे गए. प्रभात बिकरु गांव का रहने वाला था.
कानपुर हत्याकांड का मुख्य आरोपी विकास दुबे आखिरकार गिरफ्तार हो गया है. पुलिस ने उसे उज्जैन से गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, उज्जैन के महाकाल मंदिर में वो संरेंडर करना चाहता था, लेकिन पहले ही पुलिस को जानकारी दे दी गई.
बैकग्राउंड
नई दिल्ली:कानपुर: आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया. विकास को कमर में गोली लगी है जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. दरअसल कानपुर आते ही पुलिस के गाड़ी रास्ते में पलट गई. इसी दौरान विकास दुबे ने पुलिस के एक जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की. विकास दुबे और पुलिस के बीच गोलियां चली. इस दौरान विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया था.
पूछताछ में किया था चौंकाने वाला खुलासा
विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ की. इस दौरान उसने कई बड़े खुलासे किए. विकास दुबे ने कहा कि वह पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शवों को जलाना चाहता था. जलाने के लिए शवों को एक जगह इकट्ठा किया गया था और तेल का इंतजाम भी कर लिया गया था. विकास ने पुलिसकर्मियों के संपर्क में होने की बात भी कही. विकास दुबे ने कहा कि हमें सूचना थी कि पुलिस सुबह आएगी. पुलिस रात में ही छापेमारी के लिए आ गई. डर था कि पुलिस एनकाउंटर कर देगी.
विकास दुबे ने बताया कि सीओ देवेंद्र मिश्र से उसकी नहीं बनती थी, कई बार देवेंद्र मिश्रा ने देख लेने की धमकी दी थी. विनय तिवारी ने बताया कि सीओ (देवेंद्र मिश्रा) मेरे खिलाफ हैं. सीओ को सामने के मकान में मारा गया था. मेरे साथियों ने सीओ को मारा. उसने बताया कि घटना के बाद सभी साथियों को अलग-अलग भागने को कहा था.
बता दें कि विकास उज्जैन के महाकाल मंदिर में वो संरेंडर करना चाहता था, लेकिन पहले ही पुलिस को जानकारी दे दी गई. एक तस्वीर में विकास दुबे मंदिर में सोफे पर बैठा दिख रहा है. पुलिसवाले विकास को पकड़ कर ले गए, इसकी सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है. महाकाल मंदिर के सिक्योरिटी गार्ड ने ही पुलिस को जानकारी दी थी. करीब 10 राज्यों की पुलिस विकास की तलाश में लगी थी.
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