लखनऊ: उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे और बेटे को लखनऊ के कृष्णा नगर से गिरफ्तार किया है. इससे पहले गुरुवार सुबह को विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था. विकास दुबे और उसके गुर्गों ने कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव में दो जुलाई को सीओ देवेंद्र मिश्र समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी. तभी से यूपी पुलिस को उसकी तलाश थी.


ऋचा पर क्या हैं आरोप?


ऋचा पर पति विकास दुबे के अपराधों में शामिल होने का आरोप है. वह आपराधिक घटनाओं में अपने पति का बढ़-चढ़कर साथ देती थी. यह भी आरोप है कि वह पिछले हफ्ते कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात ने भी शामिल थी. वह घटना के फौरन बाद लापता हो गई थी.


सूत्रों के मुताबिक ऋचा ने गांव स्थित अपने घर में लगे सीसीटीवी कैमरा को अपने मोबाइल फोन से कनेक्ट कर रखा था जिससे वह गांव में मौजूद ना होने के बावजूद वहां होने वाली गतिविधियों पर नजर रखती थी. एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक उसे भी कानपुर ले जाया जाएगा जहां उसे उसके पति के सामने पूछताछ के लिए लाया जाएगा.


STF विकास को ला रही है कानपुर
उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) का एक दल उज्जैन पहुंचा और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को अपनी हिरासत में ले लिया. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी.


मध्यप्रदेश पुलिस ने पांच लाख रुपये ईनाम वाले इस वांछित बदमाश को उसके दो साथियों के साथ उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर परिसर से पकड़ा था. अधिकारी ने बताया, ‘‘दुबे को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया गया है और पुलिस दल उसे सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश ले गया है.’’


विकास दुबे ने शुरुआती पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए हैं. सूत्रों के मुताबिक, उसने कहा कि सूत्रों के मुताबिक, वह पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शवों को जलाना चाहता था. जलाने के लिए शवों को एक जगह इकट्ठा किया गया था और तेल का इंतजाम भी कर लिया गया था.


8 पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शवों को जलाना चाहता था विकास दुबे, पूछताछ में हुआ खुलासा