सरसंघचालक डॉक्टर मोहन भागवत की उपस्थिति में अब तक का सबसे बड़ा शोधार्थियों का सम्मेलन होने जा रहा है. संघ से जुड़े भारतीय शिक्षण मंडल के बैनर तले 15-17 नवंबर को गुरुग्राम के एसजीटी विश्वविद्यालय में इसका आयोजन होगा. न केवल शोधार्थियों का सम्मेलन होने जा रहा है बल्कि इसमें रिसर्च पेपर राइटिंग कंपटीशन भी होगा.


इस सम्मेलन में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ दिनेश त्रिपाठी, इसरो चीफ एस सोमनाथ, स्वामी रामदेव, पूर्व CJI जस्टिस बोबडे और जस्टिस गोगोई सहित विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां शोधार्थियों के साथ  बैठके भी करेंगे. 


बड़ी संख्या में शोधकर्ताओं को किया आमंत्रित 


हाल ही में इस तरह के कार्यक्रमों में वृद्धि हुई है. संघ की ओर से शोध पर हमेशा ही जोर दिया गया है. पर ये पहली बार है जब राष्ट्रीय स्तर पर इतनी बड़ी संख्या में शोधकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है. यह आने वाले दिनों में शोधकर्ताओं के भविष्य से जुड़े हुए कार्यों को भूत की उपलब्धियों के साथ जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाएगा. शोधार्थी सम्मेलन के माध्यम से युवा-शोधार्थी भारतीय ज्ञान परंपरा और भारत-केंद्रित दृष्टिकोण को समाहित करते हुए विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देंगे.


सरसंघचालक प्रदर्शनी का करेंगे उद्घाटन


शोधार्थियों के इस आयोजन की शुरुआत 15 नवंबर से होगी और उसी दिन सुबह 10 बजे संघ प्रमुख मोहन भागवत कार्यक्रम स्थल पर पहुंच जाएंगे, इसके बाद संघ प्रमुख एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे. खास बात ये है कि 168000 से अधिक प्रतिभागियों ने इसमें रजिस्ट्रेशन करवाया है. वहीं 1200 उत्कृष्ट शोध पत्रों का चयन किया गया है. इनको संघ प्रमुख मोहन भागवत करेंगे सम्मानित करेंगे. इस आयोजन में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, योग गुरु बाबा रामदेव, डॉक्टर मनमोहन वेद, इसरो के अध्यक्ष, संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार समेत सभी गणमान्य मौजूद रहेंगे. 


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