तमिलनाडु: इंसानियत की मिसाल, पक्षी का घोसला बचाने के लिए गांववालों ने 35 दिन नहीं जलाई बत्ती
दरअसल तमिलनाडु के शिवगंगा के पास बने एक गांव में एक चिड़िया ने स्विच बोर्ड के अंदर घोसला बनाया. उसने उस घोसले में नीले और हरे रंग के अंडे भी दिए.
नई दिल्ली: वैसे तो इंसान और पशु-पक्षी में कई अंतर हैं लेकिन जब दोनों दोस्त बन जाए तो सबसे बेहतरीन रिश्ता बनता है. इंसान पशु-पक्षियों से काफी कुछ सीखते हैं. इंसान और पक्षी के रिश्ते की ऐसी ही एक मिसाल एकबार फिर देखने को मिली है.
दरअसल तमिलनाडु के शिवगंगा के पास बने एक गांव में एक चिड़िया ने स्विच बोर्ड के अंदर घोसला बनाया. उसने उस घोसले में नीले और हरे रंग के अंडे भी दिए.
इसके बाद एक व्यक्ति ने चिड़ियां और उसके बच्चों को बचाने के लिए मुहिम चलाई और घोसले की तस्वीर व्हाट्सएप ग्रुप में डाल दी. इसके बाद सभी ने मिलकर फैसला किया कि जब तक अंडे से चूजे बाहर नहीं आ जाते, बड़े नहीं हो जाते तबतक कोई भी उस स्विच बोर्ड का इस्तेमाल नहीं करेगा जहां चिड़ियां ने घोसला बना रखा है.
इस मुहिम में पूरा गांव अपने पंच समेत शामिल हो गया. इस तरह पक्षियों की जान बचाने के लिए इस गांव के लोग खुद 35 दिन अंधेरे में रहे और इंसानियत की एक मिसाल कायम की.