'मुबारक हो मैम, एक...', बिलकिस बानो केस में SC के फैसले पर क्या कुछ बोलीं साक्षी मलिक और विनेश फोगाट?
Bilkis Bano Case: बिलकिस बानो से गैंगरेप केस में सुप्रीम कोर्ट ने 11 दोषियों को सजा से छूट देने के आदेश को गलत करार दिया. इसको लेकर पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने प्रतिक्रिया दी.
Vinesh Phogat On Bilkis Bano Case: बिलकिस बानो से गैंगरेप और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले में 11 दोषियों को सजा से छूट देने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार (8 जनवरी) को रद्द कर दिया. कोर्ट ने कहा कि गुजरात सरकार का आदेश सही नहीं था. बानो केस में कोर्ट के फैसले पर दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने कहा कि न्याय की जीत हुई.
साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ''मुबारक हो बिलकिस मैम. एक ना एक दिन अन्याय पर न्याय की जीत जरूर होती है.'' वहीं विनेश फोगाट ने कहा, ''बिलकिस जी ये हम सब महिलाओं की जीत है. आपने लंबी लड़ाई लड़ी है आपको देखकर हमें भी हिम्मत मिली है''
दरअसल, दोनों पहलवान और बजरंग पूनिया भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर उनके खिलाफ प्रदर्शन करने वालों में मुख्य चेहरा रहे हैं.
तीनों ही खिलाडियों ने हाल ही में डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पद पर बृजभूषण सिंह के करीबी संजय सिंह के चुने जाने पर विरोध दर्ज कराया था. साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था. वहीं बजरंग पूनिया ने पीएम मोदी को लेटर लिखते हुए कहा था कि वो अपने पद्मश्री लौटा देंगे. इसके बाद उन्होंने पद्मश्री फुटफाथ पर छोड़ दिया था.
इसके अलावा विनेश फोगाट ने पीएम मोदी को लेटर लिखते हुए मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवॉर्ड वापस करने का ऐलान किया था. हालांकि बाद में खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया था.
बिलकिस बानो ने क्या कहा?
बिलकीस बानो ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा कि न्याय ऐसा ही महसूस होता है. अपनी वकील शोभा गुप्ता के माध्यम से जारी एक बयान में बानो ने कहा, ''इस राहत से मेरी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए. मैं डेढ़ साल से अधिक समय में पहली बार मुस्कुरा पाई हूं. मैंने अपने बच्चों को गले लगा लिया. ऐसा लगता है जैसे पहाड़ के आकार का पत्थर मेरे सीने से हटा दिया गया है और मैं फिर से सांस ले सकती हूं.”
बानो ने कहा, ''न्याय ऐसा ही महसूस होता है. मुझे, मेरे बच्चों और हर जगह की महिलाओं सभी को समान न्याय प्रदान करने का वादा करके यह समर्थन और आशा देने के लिए मैं भारत के माननीय सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देती हूं.''