कोलकाता: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में ही जगह-जगह से हिंसा की खबरें आईं. 27 मार्च को मतदान के दौरान दो निर्वाचन क्षेत्रों में हुई हिंसक घटनाओं में कथित रूप से शामिल कम से कम 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. ये जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिज आफताब ने दी है.


आफताब ने कहा कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले की सलबोनी में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जहां कथित रूप से सत्तारूढ़ टीएमसी के समर्थकों ने सीपीएम उम्मीदवार सुशांत घोष के साथ धक्का-मुक्की कर उनकी कार पर पथराव किया था. वहीं पूर्वी मेदिनीपुर के कांठी से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जहां कथित रूप से टीएमसी के समर्थकों ने बीजेपी नेता शुभेंदू अधिकारी के छोटे भाई सोमेंदू पर हमला किया और उनकी कार क्षतिग्रस्त की.


पूर्व मेदिनीपुर में सबसे ज्यादा 82.51 फीसदी, इसके बाद झाड़ग्राम में 80.56 फीसदी, पश्चिम मेदिनीपुर में 80.12 फीसदी, बांकुड़ा में 79.90 फीसदी और पुरुलिया में 77.07 फीसदी मतदान हुआ. हालांकि कुछ इलाकों में मतदान केन्द्र पर हुई हिंसा से मतदान प्रक्रिया प्रभावित हुई.


EVM मशीनों में खराबी आने पर एक मतदान केंद्र के बाहर प्रदर्शन
पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांठी दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं ने ईवीएम मशीनों में कथित रूप से खराबी आने पर एक मतदान केंद्र के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने माजना में मतदान केंद्र के बाहर सड़क बाधित की और आरोप लगाया कि वीवीपीएटी पर्चे में दिख रहा है कि उन्होंने जिस पार्टी के लिए मतदान किया है, उसके बजाए मत किसी अन्य पार्टी को पड़ा है.


निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि हालात को नियंत्रण में करने के लिए घटनास्थल पर केंद्रीय बलों के दस्ते को भेजा गया और बाद में वीवीपैट मशीन को बदला गया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिमी मिदनापुर जिले में एक रैली में दावा किया कि भाजपा ने ईवीएम में गड़बड़ी की है और केन्द्रीय बलों के माध्यम से मतदाताओं को डरा रही है. इसके अलावा, बीजेपी और तृणमल पर मतदाताओं को भोजन के पैकेट, चाय और नाश्ता देकर उन्हें प्रभावित करने की कोशिश करने के आरोप लगे हैं.


ये भी पढ़ें-
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- बंगाल में 90% केन्द्रों पर हुआ शांतिपूर्ण मतदान, चुनाव आयोग को शुक्रिया

पश्चिम बंगाल: ममता ने महिलाओं से कहा- BJP के बाहरी गुंडों का मुकाबला करछी से करें