वंचित बहुजन आघाड़ी के महाराष्ट्र बंद के दौरान हिंसा, प्रकाश आंबेडकर ने कहा- हमारे कार्यकर्ता इसमें शामिल नहीं
सीएए और एनआरसी के खिलाफ पूरे देश में विरोध प्रदर्शन और आंदोलन का दौर जारी है. महाराष्ट्र में भी वंचित बहुजन आघाड़ी पार्टी ने आज महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया. इस दौरान हिंसा भी हुई.
मुंबई: वंचित बहुजन आघाड़ी पार्टी की तरफ से आज सीएए और एनआरसी के खिलाफ महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया गया है. पूरे महाराष्ट्र में बंद का असर देखने को मिला. साथ ही दिन होते होते हिंसा की खबरें भी आने लगीं. मुंबई समेत महाराष्ट्र के अकोला, जालना, अमरावती से छिटपुट हिंसा की खबरें सामने आने लगीं. पार्टी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने साफ किया है कि हिंसा में शामिल लोग उनकी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं हैं. एबीपी नेटवर्क के मराठी चैनल एबीपी माझा से खासतौर पर बात करते हुए उन्होंने साफ किया कि हमने अपने कार्यकर्ताओं से कहा हुआ है किसी भी तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए.
बंद के दौरान हिंसा की बड़ी खबर मुंबई से आई जहां चेंबूर इलाके में बेस्ट बस पर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया. इसमें बस ड्राइवर को भी चोट आई है. दावा किया जा रहा है कि हमलावर वंचित बहुजन आघाड़ी के सदस्य हैं. बताया जा रहा है कि जब बेस्ट की रूट नंबर 362 बस स्वास्तिक पार्क के पास पहुंची तो उस पर पत्थर फेंके जाने लगे. बस के आगे का कांच टूटा और पत्थर ड्राइवर को भी लगा. बेस्ट बस कॉर्पोरेशन ने बताया है कि ड्राइवर को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है.
मुंबई के साथ-साथ महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से भी इस तरह की हिंसा की खबरें आने लगीं. अमरावती और जालना समेत कई जिलों में पुलिस और प्रदर्शनकारी आमने-सामने आ गए. तमाम खबरों के बीच में वंचित बहुजन अघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर बार-बार बात दोहरा रहे है कि हिंसा में शामिल लोग उनके कार्यकर्ता नहीं हैं.
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