नई दिल्ली: आज देश के 4 इलाकों से सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं. यूपी, झारखंड और राजस्थान में ये घटनाएं हुई हैं जो बीजेपी शासित राज्य हैं. सवाल कानून व्यवस्था पर भी है और सरकार पर भी है. सवाल पुलिस और प्रशासन पर भी है. सवाल ये भी है कि आखिर माहौल बिगाड़ कौन रहा है?


कासगंज में हिंसा
कासगंज में शुक्रवार को विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोगों ने तिरंगा यात्रा निकाली. इस यात्रा के दौरान नारेबाजी हुई जिससे सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी, जिसमें चंदन नाम के युवक की मौत हो गई. यूपी के एडीजी आनंद कुमार ने कहा कि 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जल्द ही मामले को शांत कर लिया जाएगा. अलीगढ़ के कमिश्नर सुभाष शर्मा ने कहा है कि इस मामले में कुछ चूक तो हुई है. कई लोगों ने अपनी ड्यूटी सही से नहीं निभाई है. ऐसे लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस हिंसा रोकने की कवायद कर रही है वहीं ऐसे में बीजेपी सांसद राजवीर सिंह का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह भड़काऊ बातें करते दिखाई दे रहे हैं. हिंसा आज भी जारी है, कुछ दुकानों को आग लगाई गई है और कई जगहों पर तोड़फोड़ आदि भी हुई है.


मुजफ्फरनगर में हिंसा
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से भी हिंसा का मामला सामने आया है. दो थानों की पुलिस के साथ सीओ जानसठ मौके पर मौजूद हैं. अभी तक 6 लोगों के घायल होने की बात सामने आ रही है. पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और इलाके में फोर्स को तैनात कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि एक युवती के साथ दूसरे समुदाय के एक युवक ने छेड़छाड़ की जिसके बाद युवती पक्ष के लोग ने आरोपी के घर पहुंचे. यहां दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई. घटना की सूचना पर डायल 100 की तीन गाड़ियां, आसपास के थानों की पुलिस, सीओ जानसठ मौके पर पहुंच गए हैं. एसएसपी अनंतदेव तिवारी का कहना है कि माहौल को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा. गौरतलब है कि जब मुजफ्फरनगर में दंगा हुआ था तब भी छेड़छाड़ की मामूली चिंगारी ने ही जिले भर में आग लगा दी थी.


जमशेदपुर में हिंसा
झारखंड के जमशेदपुर के जुगसलाई में सरस्वती पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायो में हिंसक झड़प हो गई. हिंसा के दौरान पुलिस की गाड़ी को तोड़ दी गई है, पत्थरबाजी हुई है और जमकर हंगामा हुआ है. दोनों ही तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई जिसमें कई लोग घायल हो गए. पुलिस ने बवाल कर रहे लोगों को वहां से भगा दिया, जुगसलाई इलाके की सभी दुकानें बंद करा दी और लोगों को घरों में रहने के लिए कहा. जमशेदपुर के एसपी अनूप टी मैथ्यू ने एक बयान में कहा, "सांप्रदायिक तनाव ना फैले इसके लिए जमशेदपुर के इस इलाके में दंगा निरोधी दस्ते और आरएएफ के जवानों ने मार्च किया. पुलिस ने इलाके की नाकाबंदी कर दी है, सांप्रदायिक तनाव के हालात पर फिलहाल पूरी तरह से नियंत्रण है."


झालावाड़ में हिंसा
राजस्थान के झालावाड़ से भी हिंसा की तस्वीरें सामने आई हैं. एक युवती के साथ छेड़छाड़ की गई और तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाल दी गईं जिसके बाद ये पूरा विवाद शुरु हुआ. बताया जा रहा है कि आरोपी लड़के को कुछ लोगों ने पीट दिया था जिसके बाद ये बवाल शुरु हुआ. प्रशासन ने इस इलाके में फोर्स को भेज दिया है ताकि हिंसा को रोका जा सके. दुकानों में तोड़फोड़ व आगजनी की गई है. पुलिस का दावा है कि फिलहाल शहर में शांति के हालात हैं. पुलिस का कहना है कि किसी पक्ष की ओर से शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.