हरियाणा पुलिस के कब्जे में हनीप्रीत का आईफोन, हिंसा की साज़िश पर बड़े खुलासे की उम्मीद
अंडरग्राउंड होने से पहले यह फ़ोन हनीप्रीत विपासना को दे गई थी. पुलिस के विपासना से आइफ़ोन बरामद किया.
नई दिल्ली: बलात्कारी गुरमीत राम रहीम की राजदार प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत के हर राज से अब पर्दा उठ जाएगा. पुलिस को हनीप्रीत का मोबाइल मिल गया है और अब उसके लैपटॉप की तलाश है. पुलिस ने हनीप्रीत का काले रंग का आइफ़ोन ज़ब्त किया है. अंडरग्राउंड होने से पहले यह फ़ोन हनीप्रीत विपासना को दे गई थी. पुलिस के विपासना से आइफ़ोन बरामद किया.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक़ फ़ोन के होम बटन पर फ़िंगरप्रिंट लॉक लगा हुआ है. इस फ़ोन को टेक्निकल लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा. फोन में पंचकुल्ला हिंसा से पहले और तुरंत बाद के दिनों के कॉल रिकॉर्ड्स और पुराना डेटा होने का पता चला है. हनीप्रीत यही फ़ोन इस्तेमाल करती थी.
जानकारी के मुताबिक़ पूछताछ में हनीप्रीत ने साज़िश से जुड़ी बहुत सी जानकरियां दी हैं. पुलिस ने विपासना से उनमें से कई जानकारियों की तस्दीक़ की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि रिमांड में हनीप्रीत ने कितना सच बोला और कितना झूठ. पुलिस का कहना है कि उसे अपने केस को मज़बूत करने के सबूत मिल गये हैं.
हनीप्रीत के सामने बैठाकर विपासना से पूछताछ
उधर शुक्रवार को डेरा चैरपेर्सन विपासना से पंचकूला थाने में पुलिस करीब 9 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई लेकिन उसने जांच में सहयोग नहीं किया. वो बार बार तबियत ख़राब होने का बहाना बना रही थी. हनप्रीत और विपासना को आमने सामने बिठाकर की पूछताछ भी की गई जिसमें उन्होंने कुछ बातें मानी कुछ बाते नहीं मानी किसी सवाल का सही से जवाब नहीं दिया.
हनीप्रीत के गले कर रोने लगी विपासना सूत्रों के मुताबिक विपासना के पहुंचने से पहले ही हरियाणा पुलिस इंवेस्टिगेशन रूम ने तैयार कर रखा था. इन्वेस्टीगेशन रूम में हरियाणा पुलिस की एसआईटी के अधिकारियों के साथ हनीप्रीत भी मौजूद थी. जैसे ही विपसना इंसा को इंवेस्टिगेशन रूम में लाया गया तो वो हनीप्रीत के गले लग कर जोर जोर से रोने लगी.
हनीप्रीत को न्यायिक हिरासत में भेजा
वहीं शुक्रवार को पंचकूला पुलिस ने हनीप्रीत को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे 23 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पुलिस ने हनीप्रीत की रिमांड की मांग तक नहीं की.