नई दिल्ली : यूपी के मुजफ्फरनगर में उत्कल एक्सप्रेस हादसे से देश शोक में हैं. जिस भारतीय रेल में यात्रा करने पर सुरक्षा का भरोसा होता है उसी रेल में यात्रा करने वाले 20 लोगों के लिए यह अंतिम यात्रा साबित हुई. हादसा कैसे हुआ, क्यों हुआ, किसकी गलती से हुई, देश ये जानना चाहता है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हुई है जिसमें रेल हादसे की पूरी इनसाइड स्टोरी सामने आ रही है. ये इनसाइड स्टोरी रेलवे के ही दो कर्मचारी की बातचीत से सामने आई है.


सोशल मीडिया में एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें कथित रूप से रेलवे के दो कर्मचारी फोन पर यही बात रहे हैं कि ट्रैक पर काम चल रहा था. काम करने वालों और काम कराने वालों ने अपना काम सही ढंग से नहीं किया जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हो गया.

फोन पर बातचीत करने वाला एक तो गैंगमैन है लेकिन दूसरा व्यक्ति कौन है, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. रेलवे के ये दोनों कर्मचारी उत्कल ट्रेन हादसे की पूरी खबर जानने समझने के लिए एक दूसरे से बात कर रहे थे. एक कर्मचारी ने तो एबीपी न्यूज पर खबर देखने के बाद दूसरे को फोन किया था. नीचे पढ़िए दोनों कर्मचारियों ने फोन पर क्या बात की...

गैंगमैन- हेलो
कर्मचारी- राम…राम… भाई
कर्मचारी- और तुमने सुन तो लिया होगा…
गैंगमैन- हां सुन लिया तभी तो फोन किया है… हां तो ये बताओ कि क्या हुआ था…


कर्मचारी- भाई एक मेरे जैसा ही JE आया… बिल्कुल मेरे जैसा ही है वो… उसका कोई कहना नहीं मानता था.. ये तो और दिक्कत हो गई यहां… काम कोई करना नहीं चाह रहा था… कोई गेट पर बैठ जाए… और बैठकर वापस आ जाए… और जो ये पुराने लोग हैं लोहार और सब… जैसा ये चाहते हैं वैसा ही कर लेते हैं और यहां सामने वेल्डिंग चल रहा था… और ब्लॉक को मना कर दिया था कि ब्लॉक नहीं मिलेगा… पुराने लोगों ने पता नहीं क्या कहा… उन्होंने लाइन का टुकड़ा काट कर दूसरा जोड़ा नहीं… और ट्रेन का हो गया टाइम… और ब्लॉक को कर दिया था मना… और फिर गाड़ी तो आती… और उधर से उत्कल एक्सप्रेस आ रही थी… और मैनें गेट बंद कर रखा था… और वहां टुकड़ा था नहीं और ट्रेन पलट गई.

इतनी बातचीत से ये तो साफ है कि दोनों कर्मचारी न तो ट्रैक के लिए जिम्मेदार थे, न ही ट्रैक पर हो रहे मरम्मत से इनका कोई लेना देना है. बल्कि दोनों कर्मचारियों में इस बात को सहमति थी कि ट्रैक पर काम करने वालों ने अपना काम ठीक से नहीं किया जिसके कारण बेगुनाहों की मौत हो गई. नीचे पढ़िए दोनों कर्मचारियों की फोन पर हुई बातचीत...

गेटमैन- अच्छा… लाइन कटी हुई थी ?

कर्मचारी- हां लाइन कटी हुई थी… वो जोड़ी हुई नहीं थी… हां और फिर दो-तीन डिब्बे पलट गए… और चार डिब्बे उतरते ही लाइन टूट गई… और उसको जोड़ा भी नहीं गया था और ना ही झंडा लगा रखा था…अरे ब्लॉक नहीं मिला तो झंडा तो लगा लेते कम से कम.

गेटमैन- हां वो तो होना ही चाहिए था

कर्मचारी- हां ना ही झंडा लगा रखा था इन लोगों ने इसमें… बस और गाड़ी पलट गई… और बीचों बीच वेल्डिंग पड़ी थी… और लाइन का टुकड़ा भी पड़ा था… सब चूरा कर दिया इन्होंने और क्या…

गेटमैन- लोग मर भी गए ?

कर्मचारी- हां लोग मर भी गए हैं… दिखा रहे हैं एबीपी न्यूज पर  

इस वायरल ऑडियो से एक बात और साफ होता है कि हादसा जूनियर पद पर काम कर रहे या वेल्डर की लापरवाही का नतीजा है लेकिन कर्मचारी मानते हैं कि केवल जूनियर इंजीनियर या वेल्डर के सिर ठीकरा फोड़कर बड़े अफसर बच नहीं पाएंगे.

खतौली के टूटे ट्रैक को लेकर बरती गई लापरवाही के कारण 20 लोगों की मौत हो गई लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आगे कोई और हादसा नहीं होगा.