नई दिल्ली: केरल के कोझीकोड जिले के मयप्पयूर पुलिस स्टेशन को पिछले सोमवार को एक असामान्य शिकायत मिली. कक्षा पांचवीं का छात्र एक कागज पर अपनी शिकायत के साथ स्टेशन पर गया. हैरानी की बात है कि पुलिस ने उनकी शिकायत का संज्ञान लिया और मामले में हस्तक्षेप किया.
दरअसल, कोझीकोड के एक स्कूल में पांचवीं कक्षा के छात्र आबिन ने पास के साइकिल मरम्मत की दुकान के खिलाफ शिकायत लेकर पुलिस से संपर्क किया. शिकायत में लिखा था-
''मयप्पयूर स्टेशन के एसआई
सर,
मैंने और मेरे छोटे भाई ने 5 सितंबर को मरम्मत के लिए हमारी साइकिल दी थी. इसकी मरम्मत अभी तक नहीं की गई है. साइकिल देने पर उसने 200 रुपये लिए थे. लेकिन अब वह कॉल का जवाब नहीं देता है, अगर वह कॉल उठाता है तो वह कहता है कि इसकी मरम्मत की जाएगी. अगर हम दुकान पर जाते हैं तो दुकान बंद रहती. इस बारे में पूछताछ करने के लिए मेरे घर पर कोई और नहीं है. सर आपको इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और हमें अपनी साइकिल वापस लाने में मदद करनी चाहिए.
आबिन''
कई लोगों को यह मामला बहुत बचकाना लगेगा लेकिन आबिन की दिल को छू लेने वाली शिकायत पर मयप्पयूर पुलिस स्टेशन ने कार्रवाई करने का फैसला किया. पुलिस ने अपने रजिस्टर में आबिन की शिकायत दर्ज कर ली है.
सिविल पुलिस अधिकारी राधिका ने शिकायत की जांच की और इसे सही पाया. पुलिस ने मरम्मत की दुकान से संपर्क किया और देरी के बारे में पूछताछ की. मरम्मत करने वाले ने जवाब दिया कि देरी उसके बेटे की शादी के कारण हुई और वह किसी बीमारी से पीड़ित था. हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप के बाद साइकिल की मरम्मत की गई और बिना ज्यादा देरी के बच्चों को सौंप दी गई.
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