नई दिल्लीः  बैंक में 500 और एक हजार के नोट जमा होने के लिए 30 दिसंबर की तारीख बताई गई थी लेकिन अब पिछले कुछ दिनों से एक सोशल मीडिया मैसेज चर्चा का विषय बना हुआ है. जिसमें दावा किया गया है कि आप 15 दिसंबर तक ही बैंक में एक हजार और 500 के नोट जमा कर पाएंगे. सोशल मीडिया मैसेज के हिसाब से आपके पास 1000-500 के नोट बैंक में जमा करने के लिए सिर्फ चार दिन बाकी रह गए हैं. आप जरूर इसका सच जानना चाहेंगे इसलिए हमने इस वायरल मैसेज की पड़ताल की.
क्या 30 दिसंबर की आखिरी तारीख को पीछे करके वाकई 15 दिसंबर कर दिया गया है? तमाम सवाल सोशल मीडिया में वायरल एक अखबार में छपी हेडलाइन के बाद उठ रहे हैं. इस अखबर की कटिंग फेसबुक से लेकर वॉट्सऐप तक वायरल हो चुकी है.



लोग इस कटिंग को शेयर करते हुए एक दूसरे से सवाल पूछ रहे हैं इस कटिंग में लिखी खबर में कितनी सच्चाई है? इस कटिंग में खबर लिखी है कि ''केंद्र सरकार कालाधन रखने वालों के खिलाफ एक और बड़ा कदम जल्द ही उठाने जा रही है वो 15 दिसंबर के बाद कभी भी 1000 और 500 के पुराने नोटों को लेना बैंक से भी बंद करवा सकती है. सरकार का लक्ष्य 15 लाख करोड़ रुपया जमा कराना था. जो अब तक 10 लाख करोड़ होने के बाद बाकी जो 5 लाख करोड़ रुपया बचेगा उसे सरकार कालाधन मानेगी और इसके लिए जल्द ही बैंक भी 15 दिसंबर तक कभी भी बड़े नोट लेना बंद कर सकते हैं.''

लोग इस खबर पर यकीन कर रहे हैं क्योंकि ये एक अखबार में छपी हुई है. लेकिन सवाल ये उठता है कि इस कटिंग में दिखाई दे रही खबर में कितनी सच्चाई है? एबीपी न्यूज ने इस दावे की पड़ताल की.

32 दिन पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी का एलान किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने देश को बताया कि 500 और एक हजार के नोट बंद हो चुके हैं उसके बाद रात 9 बजे आर्थिक मामलों के सचिव और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी गवर्नर आर गांधी देश को वो तारीखें और जगहें बताई जहां वो 500 और एक हजार के नोट इस्तेमाल कर सकते थे ताकि परेशानियां कम हों.

पहला फैसला
8 नवंबर को पीएम ने कहा था 500 और एक हजार के नोट 30 दिसंबर तक बैंकों में जमा होंगे. हालांकि नोट बदलने को लेकर कोई तारीख नहीं बताई गई थी. नोट बदलने को लेकर कहा गया था कि 15 दिन बाद समीक्षा होगी और फिर कोई फैसला लिया जाएगा. समीक्षा हुई लेकिन अगली तारीख नहीं मिली. पुराने नोट बदलने बंद ही हो गए.

दूसरा फैसला
8 नवंबर को एलान हुआ कि पेट्रोल पंप पर 11 नवंबर तक पुराने नोट चलेंगे फिर 11 नवंबर की तारीख बढ़कर 14 नवंबर कर दी गई. 14 नवंबर की तारीख फिर बढ़ी और 24 नवंबर कर दी गई. सरकार ने 24 नवंबर को एक बार फिर एलान किया था कि 500 के पुराने नोट पेट्रोल पंप पर 15 दिसंबर तक चलेंगे लेकिन अचानक फैसला हुआ कि 2 दिसंबर से पेट्रोल पंप पर 500 नोट बंद हो जाएंगे.
तीसरा फैसला
सरकार ने 24 नवंबर को एलान किया था कि बस ट्रेन और मेट्रो में 15 दिसंबर तक 500 के नोट चलेंगे लेकिन 8 दिसंबर को एलान हुआ कि तय तारीख से 5 दिन पहले ही यानि 10 दिसंबर से यहां भी 500 के नोट चलना बंद हो जाएगा.

चौथा फैसला
13 नवंबर को सरकार ने एलान किया बैंक में 4 हजार की जगह 4500 के पुराने नोट बदले जाएंगे लेकिन चार दिन बाद ही नया एलान हुआ जिसमें पुराने नोट बदलने की सीमा 4500 रुपए से घटाकर 2 हजार रुपए कर दी गई.

ये वो चार फैसले हैं जब सरकार ने तारीखें अचानक बदल दी थीं. इसलिए लोग इस दावे को लेकर ये सोच रहे हैं कि कहीं इस बार भी सरकार तारीखें बदल ना दें. 15 दिसंबर को बैंक पुराने नोट लेना बंद करेंगे या नहीं इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने रिजर्व बैंक के अधिकारियों से संपर्क किया.



हमने आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास से ये सवाल पूछा. इसके बाद हमने रिजर्व बैंक के डिप्टी गर्वनर आर गांधी से सीधा सवाल पूछा कि क्या पुराने नोट लेने की तारीख भी बदल सकती है? तो इस सवाल पर दोनों बार सीधा जवाब नहीं मिला. 15 दिसंबर को पुराने नोट बैंक लेने बंद कर देंगे इस दावे को ना तो उन्होंने खारिज किया और ना ही सही बताया है पर ये खबर दिखाए जाने तक सरकार ने नोटजमा करने की तारीख में कोई भी बदलाव नहीं किया है.

यानि स्थितियां देखते हुए कोई भी फैसला लिया जा सकता है.