नई दिल्ली: अपने खास अंदाज की वजह से मशहूर हुईं प्रिया प्रकाश की इन दिनों हर कोई चर्चा कर रहा है. सिर्फ भारत में ही नहीं पाकिस्तान तक प्रिया प्रकाश की चर्चा है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो पहुंचा है जो दावा कर रहा है कि जिस दिन मीडिया प्रिया प्रकाश को दिखाने में व्यस्त था ठीक उसी दिन बॉर्डर पर एक जवान शहीद हुआ. लेकिन मीडिया ने शहादत को तवज्जो ना देकर सिर्फ प्रिया प्रकाश को दिखाया.
क्या है सोशल मीडिया का दावा
कहा जा रहा है कि क्या यही हमारा देश है? जिस दिन प्रिया प्रकाश ने साथ पढ़ने वाले साथी को आंख मारी थी उसी दिन 22 साल का जवान हमारी रक्षा करते हुए बॉर्डर पर मारा गया. जवान के शहीद होने खबर सुनते ही उसका परिवार सदमे में आ गया था. 10 फरवरी को वो 23 साल का हो जाता. शहीद हुए इस ऑफिसर का नाम कपिल कुंडु था. कपिल कुंडु पर गर्व महसूस करिए क्योंकि उन्होंने मुस्कुराते हुए हमारे लिए जान दे दी.
क्या है सच्चाई
कैप्टन कपिल कुंडु 11 फरवरी को नहीं बल्कि 4 फरवरी को शहीद हुए थे. जम्मू-कश्मीर के राजौरी और पुंछ जिलों में लाइन ऑफ कंट्रोल यानी एलओसी पर पाकिस्तान की तरफ से हुई भारी गोलीबारी में कैप्टन कपिल कुंडु के साथ ही राइफलमैन शुभम सिंह, राइफलमैन राम अवतार और हवलदार रोशन लाल के शहीद होने की खबर भी आई थी.
कपिल कुंडु की शहादत के सात दिनों बाद सोशल मीडिया पर प्रिया प्रकाश के वायरल वीडियो की एंट्री हुई थी. इसलिए वायरल सच की पड़ताल में कैप्टन कुंडू की शहादत के अपमान का दावा करने वाला वीडियो झूठा साबित हुआ है.