एक्सप्लोरर
Advertisement
नवरात्र के सिंघाड़ों को खरीदने से पहले यह जरूर पढ़ें
वीडियो में दिखाया गया है कि पानी जैसे केमिकल में सिंघाड़ा डालने पर वो रंग छोड़ने लगता है और जब सिंघाड़े को पलट कर दिखाते हैं तो जो हिस्सा सीधे उस केमिकल पर पड़ता है वो एकदम हरा हो जाता है.
नई दिल्ली: व्रत-त्योहार में आप जो हरा-हरा सिंघाड़ा खाते और भगवान को चढ़ाते हैं उसे हरा कैसे बनाया जाता है? सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक आदमी सड़क पर बैठे कुछ साफ करते दिखता है. आदमी के एक तरफ काले-काले सिंघाड़ों का ढेर लगा हुआ है औऱ दूसरी तरफ एक लाल रंग का टब रखा है जिसमें वो काले सिंघाड़ों को डाल रहा है.
जानिए नवरात्र के सिंघाड़ों का आंतें जलाने वाला सच
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि ये आदमी काले सिंघाड़ों को टब में डालता है, लेकिन जब निकालता है तो वो बिल्कुल ताजा हरे दिखते हैं. लेकिन इस टब में आखिर ऐसा क्या है जो चंद सेकंड में काले सिंघाड़े को हरा कर देता है?
काले सिंघाड़े को हरा करने वाली चीज को एफओ बताया जा रहा है. जो शायद किसी तरह का केमिकल है, जिसका इस्तेमाल फलों और सब्जियों को चमकाने के लिए किया जाता हो. लेकिन ये केमिकल तेजाब और ब्लीच से भी ज्यादा खतरनाक है.
वीडियो में दिखाया गया है कि पानी जैसे केमिकल में सिंघाड़ा डालने पर वो रंग छोड़ने लगता है और जब सिंघाड़े को पलट कर दिखाते हैं तो जो हिस्सा सीधे उस केमिकल पर पड़ता है वो एकदम हरा हो जाता है.
देखिए वीडियो-
मिलावट के इस दौर में सेहतमंद रहने की उम्मीद करना भी बेकार लगता है. सिर्फ अपना सामान बेचने के लिए इतने सारे लोगों की आंत जला देने वाले सिंघाड़े बेचे जा रहे हैं.
वीडियो में दिख रहा केमिकल सच है, जो नुकसान दायक है. ऐसे लोगों को रोकना तो मुश्किल है इसलिए ये ध्यान रखें की बाजार से जो कुछ भी लाए उसे अच्छे से गर्म पानी से धोकर ही खाएं औऱ खिलाएं क्योंकि हरा औऱ ताजा दिखने वाला सारा समान सही आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
IPL Auction 2025
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
चुनाव 2024
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड
आईपीएल
इंडिया
Advertisement
राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
Opinion