नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर पहुंची एक तस्वीर के साथ ऐसे ढेरों सवाल किए जा रहे हैं. सवालों के साथ एक दावा भी है जो और भी ज्यादा चौंकाने वाला है. तस्वीर के जरिए दावा किया जा रहा है कि बाज विमान में फर्स्ट क्लास में सफर कर रहे हैं और वो भी दूसरे यात्रियों के साथ.


वायरल मैसेज में लिखा है- सऊदी अरब से ओमान जाने वाले यात्री उस वक्त हैरान रह गए जब वो हवाई जहाज में सवार हुए तो वहां अपने साथ बाज को भी सफर करते देखा. सऊदी के शहजादे अहमद अल कहतानी ने अपने 80 बाज के लिए 80 सीटें बुक करवाई थीं. सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ये किस्सा बेहद हैरानी भरा है.


एबीपी न्यूज शुरु की वायरल कहानी की पड़ताल
प्लेन में तीन क्लास होती हैं इकोनॉमी, बिजनेस क्लास और फर्स्ट एसी. जिसमें सबसे सस्ती इकॉनमी क्लास होती है और सबसे महंगी फर्स्ट एसी. यानी दावे के मुताबिक सबसे मंहगी सीटों पर बाज को सफर कराया गया. तस्वीर का सच जानने के लिए हमने सबसे इंटरनेट पर तहकीकात शुरू की कि क्या वाकई बाज के हवाई सफर को लेकर कोई खबर चर्चा में है?



तहकीकात में पता चला कि दुनिया भर के इंटरनेशनल अखबारों में इस खबर को प्रमुखता से जगह दी गई थी लेकिन वो वजह क्या थी कि बाज का हवाई सफर सुर्खियों में था? हमने तहकीकात को आगे बढ़ाया तो हमें एक वीडियो मिला.


एक बाज जो चुपचाप एक यात्री की गोद में बैठा हुआ था. पीछे से विमान के उड़ने की आवाज सुनाई दे रही थी. इस वीडियो में एक चीज खास थी और वो ये कि बाज की आंखें ढकी हुई थीं. वो चौंक रहा था और समझने की कोशिश कर रहा है कि वो कहां है और उसकी आंखों के आगे अंधेरा क्यों है?


यूएई में जारी किया जाता है बाजों के लिए पासपोर्ट
इन सवालों का जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज ने पड़ताल का दूसरा हिस्सा शुरू किया. पड़ताल में इस हिस्से में कई रोचक जानकारियां हमारे सामने आईं. यूएई में बाज के लिए पासपोर्ट जारी किया जाता है. इस पासपोर्ट से बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब, पाकिस्तान, मोरक्को और सीरिया में बाज सफर कर सकता है. पासपोर्ट तीन साल के लिए जारी किया जाता है. प्लेन में बाज की अपनी सीट होती है. 2002 से 2013 यानि 11 साल के भीतर यूएई की सरकार ने बाज के 28 हजार पासपोर्ट जारी किए हैं.


हो सकता है कि ये जानकारी सुनने के बाद इस खबर को देखने वाले बहुत से लोग ये सोच रहे होंगे कि यहां हिंदुस्तान में इंसान का पासपोर्ट बनने में पसीने छूट जाते हैं और वहां बाज भी पासपोर्ट बनाकर प्लेन में सफर कर रहे हैं


दरअसल संयुक्त अरब अमीरात में बाज राष्ट्रीय पक्षी है. बाज को वहां शान और एकता का प्रतीक माना जाता है. माना जाता है कि जिसके पास बाज है उसकी शान में चार चांद लग जाते हैं. जिसके पास दौलत है उसके पास बाज भी जरूर होता है. सीएनएन इंटरनेशनल के मुताबिक एक बाज की कीमत 36,000 रुपए से लेकर 12 लाख 85 हजार रुपए तक हो सकती है.


क्या है वायरल मेसेज का सच?
यहां एक सवाल का जवाब नहीं मिला. क्योंकि कतर एयरवेज इकॉनमी क्लास में एक पैसेंजर को एक बाज ले जाने की अनुमति देता है. पूरे केबिन में 6 से ज्यादा बाज नहीं ले जाया जा सकता है. हर बाज के लिए हवाई सफर का किराया 7,750 से लेकर 1 लाख 9 हजार तक है. हालांकि कुछ एयरलाइंस के नियम अलग हैं लेकिन 80 बाज एक साथ ले जाए जाएं ऐसा नियम कहीं नहीं है. यूएई में बाज राष्ट्रीय पक्षी है और वहां के लोग बाज को अपने साथ विमान में लेकर सफर करते हैं बाकायदा पासपोर्ट और किराए भरकर सीट बुक करके. लेकिन इस तस्वीर में नजर आ रहे सारे बाज सऊदी अरब के प्रिंस ले जा रहे थे इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. लेकिन बाज के विमान में सफर करने वाला दावा सच साबित हुआ है. एबीपी न्यूज़ की पड़ताल में बाज के हवाई सफर का दावा सच साबित हुआ है.