नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की बेटियों के उत्थान और उन्हें स्वावलंबी बनाने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत की थी. लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर योजना के तहत सरकार की तरफ से 2 लाख की नकद मदद का दावा कर रही है. आज राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ में सरकार की तरफ से 2 लाख की नकद मदद की पड़ताल की गई है.
एक वायरल तस्वीर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को उनकी बेटियों का सुनहरा भविष्य दिखा रही है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कागज के एक टुकड़े से दावा किया जा रहा है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत गरीब परिवार की बेटियों को 2 लाख रुपए की मदद मिलेगी. लिखा है कि प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना की शुरुआत 20 करोड़ रुपए से की है जो सभी के लिए है. फॉर्म भेजने का पता भी भारत सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, शास्त्री नगर, दिल्ली बताया गया है.
इस वायरल फॉर्म की तलाश में ABP न्यूज की वायरल सच टीम उत्तर प्रदेश के देवरिया में बेलवा गांव में गांव के प्रधान के घर पहुंची और पूछा कि क्या सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फॉर्म में जो हस्ताक्षर हैं वो उन्हीं ने किए हैं? फॉर्म देखने के बाद उन्होंने माना कि ये बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ वाला फॉर्म गांव के ही एक व्यक्ति उनके पास लेकर आए थे और उनके अनुरोध पर ही फॉर्म पर हस्ताक्षर किए गए. इतना ही नहीं गांव के कई लोग इस फॉर्म पर उनसे हस्ताक्षर करवाने आते हैं.
बेलवा की ग्राम प्रधान पूनम ने साफ किया कि उन्हें नहीं पता है कि ये फॉर्म निकला है और सिर्फ लोगों के कहने से वो फॉर्म को प्रमाणित कर रही हैं. किसी को ये नहीं पता था कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत सच में नकद मदद दी जाती है या नहीं. ग्राम प्रधान ने ये साफ किया कि उन्होंने फॉर्म में 2 लाख रुपए मिलने की बात पढ़ी तो थी लेकिन उन्हें इसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं है.
दिल्ली में महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की तरफ से साफ किया गया कि उनके संज्ञान में पहले ही कई बार ऐसी धोखाधड़ी की घटनाएं आ चुकी है जिससे बचाने के लिए उन्होंने अपनी आधिकारिक वेबसाइट में चेतावनी भी जारी की हुई है जिसमें लिखा है-
बेटी बचाओ बेटी पढाओ’ के नाम पर चलाई जा रही फजी योजनाओं के खिलाफ चेतावनी
भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के संज्ञान में ये आया कि कुछ अनाधिकृत साइटें/संगठन/एनजीओ/व्यक्ति ‘बेटी बचाओ बेटी पढाओ’योजना के तहत नकद प्रोत्साहन के नाम पर फॉर्म वितरित कर रहे हैं. इस योजना में भारत सरकार की ओर से व्यक्तिगत 'नकद हस्तांतरण घटक' के लिए कोई प्रावधान नहीं है
ABP न्यूज की पड़ताल में सामने आया-
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में लड़कियों की पढ़ाई और उन्हें स्वावलंबी बनाने की कोशिश की जाती है. योजना के तहत किसी भी तरह की नकद मदद का प्रावधान नहीं है. इसलिए हमारी पड़ताल में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना में 2 लाख की नकद मदद का दावा झूठा साबित हुआ है.