नई दिल्लीः आपने अक्सर सुना होगा कि किसी ने समाज के उत्थान के लिए हजारों रुपए का दान दिया है . लेकिन क्या कभी आपने 9 पैसे दान के बारे में सुना है और वो भी प्रधानमंत्री राहत कोष में?. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक संदेश में दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री राहत कोष में सिर्फ 9 पैसे का दान दिया गया है.
एक चेक है जो सोशल मीडिया पर दो दिनों में स्टार बन गया है. वायरल चेक में लिखी जानकारी के मुताबिक चार जून 2018 को जारी हुआ ये चेक प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष को दान किया गया है और धारक ने 9 पैसे की रकम अदा की है . सवाल है कि आखिर कोई प्रधानमंत्री राहत कोष में 9 पैसा क्यों दान करेगा? दान भी करेगा. चेक भी काटेगा और इतनी मेहनत के बाद सिर्फ 9 पैसे दान देगा. इसके पीछे क्या सच है ये जानने के लिए एबीपी न्यूज की वायरल सच टीम ने जिम्मा उठाया.
वायरल सच की पड़ताल
चेक में नाम वी चंद्रैया का लिखा हुआ था और दावे के मुताबिक ये तेलंगाना के निवासी हैं. छानबीन में पता चला कि वी चंद्रैया तेलंगाना के सिरकिला में रहते हैं. वी चंद्रैया से पूछा गया कि आखिर 9 पैसा दान करने का आइडिया उनके दिमाग में क्यों आया?
जवाब में उन्होंने भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड का एक बिल दिखाया .ये बिल भी 4 तारीख का है यानि वो दिन जब वी चंद्रैया ने 9 पैसे का चेक दान किया था . इस बिल के मुताबिक वी चंद्रैया ने 1 लीटर पेट्रोल डलवाया जिसके लिए उन्होंने 82.87 रुपए चुकाए . ये कीमत पेट्रोल की पहले की कीमत से 9 पैसे कम थी यानि पेट्रोल भरवाने पर वी चंद्रैया ने 9 पैसे की बचत की थी . पेट्रोल भरवाने के बाद वे सीधे जिला कलेक्टर के पास पहुंचे और उन्हें वो चेक भेंट किया .उन्होंने बताया कि मैंने पेट्रोल से बचे 9 पैसों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष को दान किया है. मैंने अनुरोध किया है इससे देश के गरीब समझे जाने वाले अमीरों की मदद की जाए.
मतलब साफ है वी चंद्रिया पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान हुए और 9 पैसे की बचत उन्हें जले पर नमक छिड़कने जैसी लगी. इसलिए अपनी नाराजगी जाहिर करने का उन्होंने ये तरीका निकाला. लिहाजा हमारी पड़ताल में प्रधानमंत्री राहत कोष में 9 पैसे दान का दावा सच साबित हुआ है.