नई दिल्लीः वायरल सच में इस बार आपको एक ऐसे वीडियो की सच्चाई दिखाएंगे जिसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. चिल्लाने और रोने की आवाजें आपके कानों में गूंजने लगेगी. सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि बहन के साथ हो रही छेड़खानी के खिलाफ आवाज उठाने की कीमत भाई को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. चलिए पता लगाते हैं दिल दहला देने वाले वीडियो की सच्चाई क्या है?
वीडियो शुरू होता है तो कुछ चीखें सुनाई देती हैं. चीखें घर के अंदर से आ रही है. अंदर क्या हो रहा है ये देखने के लिए घर के बाहर धीरे- धीरे भीड़ जुटने लगती है. चीखने-चिल्लाने की आवाज तेज होती जाती है. तभी घर से कुछ लोग निकलते दिखाई देते हैं. जो लोग अभी तक घर के बाहर खड़े होकर तमाशा देख रहे थे वो लोग डर से भागने लगते हैं. क्योंकि इसके बाद जो होता है वो देख कर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे.
घर से जो 4-5 लोग निकलते है वो मिल कर किसी एक शख्स को मार रहे होते हैं. कुछ लोग उस शख्स को जमीन पर लिटा कर मार रहे होते हैं और साथ ही एक औरत को भी पकड़ रखा है. शायद ये वही औरत है जिसकी चीखें सुनाई दे रही थीं. वो लोग लगातार उस शख्स पर किसी चीज से वार करते दिखाई देते हैं. लेकिन इसके बाद होता है वो देख कर आप कांप उठेंगे.
एबीपी न्यूज पर वायरल सच दिखाने के दौरान हमने इन तस्वीरों को धुंधला कर दिया है क्योंकि इसमें एक शख्स खून से लथपथ जमीन पर दिखाई दे रहा है. जिस पर वार किया जा रहा था. लेकिन सिर्फ वीडियो ही नहीं है. वीडियो के साथ एक कहानी भी पेश की जा रही है. दावा है कि ये वीडियो कोटा के विनोबा भावे नगर में यूआईटी सर्किल के पास एक युवक का है जो अपनी बहन के साथ हो रही छेड़छाड व अभद्र व्यवहार की रिपोर्ट कराने पुलिस चौकी में गया पर पुलिस वालों ने उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी और कहा कि कोई बड़ी घटना नही है. पुलिस ने कहा कि इसकी रिपोर्ट नही लिखेंगे कोई बड़ी बात हो जाए तो कल कार्रवाई करेंगे. उसके भाई ने जाकर उन लड़कों को समझाया पर वह मारपीट करने लगे. उन्हीं लड़कों ने घर लौट रही उसकी बहन को फिर छेड़ा और विरोध करने पर कुछ देर बाद 3-4 मोटरसाइकिलों पर 7-8 लडके उस लड़की के घर आये और परिवार वालों से गाली गलौज किया और उसके भाई को चाकू -तलवार से मारकर चले गए.
वायरल मैसेज में दावा है अगर पुलिस सही टाइम पर एक्शन लेती तो वो भाई आज जिन्दा होता. कहानी का सच जानने के लिए एबीपी न्यूज के कई दर्शकों ने हमें ये वीडियो भेजा. मैसेज के साथ वीडियो है इसलिए लोग दावे पर यकीन कर रहे हैं. लिहाजा एबीपी न्यूज ने वायरल वीडियो की पड़ताल शुरू की. दावा था कि ये घटना राजस्थान के कोटा का है इसलिए एबीपी न्यूज संवाददाता कोटा के महावीर नगर थाना पहुंचे जहां की ये घटना बताई जा रही है. हमने पुलिस से पूछा कि क्या कोटा में ऐसा कुछ हुआ है?
पड़ताल में पता चला कि 13 मार्च को एक घटना हुई थी जिसमें 24 साल के लोकेश कुशवाहा की हत्या हो गई थी. पुलिस के मुताबिक पहले विवाद हुआ लेकिन उसकी सूचना पुलिस को नहीं मिली थी. पर 13 मार्च की शाम को आरोपियों ने चाकू के वार से लोकेश पर हमला कर दिया था. यानि ऐसी एक घटना महावीर नगर में जरूर हुई थी लेकिन ये वीडियो उस घटना का नहीं है. क्योंकि वीडियो दिन का है जबकि घटना होली के दिन शाम को करीब 7.30 बजे हुई थी. पुलिस ने और कई ऐसे सुराग बताए जो वीडियो और कहानी को अलग-अलग बता रहे थे.
वीडियो दिन के समय का है वीडियो में दो टू व्हीलर खड़े हैं जिनका नंबर के से शुरू होता है जबकि राजस्थान की गाड़ियों के नंबर आरजे से शुरू होते हैं दरअसल ये वीडियो कोटा का है ही नहीं. कोटा का क्या ये वीडियो राजस्थान का भी नहीं है इस वीडियो को जिस घटना से जोड़ कर प्रस्तुत किया जा रहा है वो शाम को हुई थी और वीडियो दिन का है जिस जगह घटना हुई थी वहां एक पेड़ है पेड़ की नीचे गोल चबूतरा है जहां आरोपियों ने लोकेश कुशवाह की चाकू मार कर हत्या कर दी थी लेकीन वीडियो में तलवारें हैं जिनसे अनगिनत वार किये गए हैं जबकि लोकेश के शरीर पर एक ही चाकू का वार था जिसकी वजह से उसकी मौत हुई.
घटना के बाद पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए 11 आरोपियों को हिरासत में लिया और अब वो जेल में हैं. मामला तो साफ हो गया लेकिन लोकेश कुशवाहा जिसका वीडियो बताया जा रहा है उनके परिवार का पक्ष जाने बिना कहानी अधूरी थी. इसलिए हमने लोकेश के परिवार से संपर्क किया और ये पूछा कि आखिर उस दिन घटना क्या हुई थी? मृतक के दोस्त ने पूछताछ के दौरान बताया कि लोकेश की बहन के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं हुई. लोकेश अपने पिता के साथ दुकान पर था उसके एक दोस्त की बहन के साथ छेड़खानी हुई थी. इस पूरे मामले से लोकेश का कोई लेना देना नहीं था वो तो सिर्फ उस दोस्त के साथ गया था और दोस्त पर कुछ लड़कों ने हमला कर दिया और लड़ाई में बीच बचाव करवाने लगा और उसकी और उसी लड़ाई में लोकेश की जान गई.
लोकेश के परिवार वालों ने भी वायरल वीडियो को गलत बताते हुए ये साफ कर दिया कि इस वीडियो का पूरी घटना से कोई लेना-देना नहीं है. यानि ऐसी घटना कोटा में हुई थी लेकिन जिस वीडियो औऱ कहानी के साथ इसे जोड़कर पेश किया जा रहा है वो झूठ है.
इस तरह एबीपी न्यूज की पड़ताल में ये वायरल झूठ पाया गया है.