नई दिल्लीः इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाले लोगों के पास बेहद तेजी से एक मेल पहुंच रहा है. मेल आयकर विभाग के नाम से भेजा रहा है. लेकिन दावा है कि आयकर विभाग के नाम का इस्तेमाल करके भेजे जा रहे मेल में दिए गए लिंक पर अगर आप क्लिक करते हैं तो आप लुट सकते हैं. आयकर विभाग के नाम से जारी मेल में क्या लिखा है और इस मेल की असलियत क्या है ये आपको जरूर जानना चाहिए.



जानिए क्या है वायरल मैसेज


प्रिय उपभोक्ता,
आपके टैक्स की गणना करने में कोई गलती हुई है और धन वापसी यानि रिफंड जारी की जानी है. कृपया इसे अनदेखा ना करें और धन वापसी के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें


आयकर विभाग रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया



क्या आपके पास भी आयकर विभाग के नाम का सहारा लेकर ऐसा कोई मेल पहुंचा है? क्या ऐसा कोई मेल donotreply@incometaxindiafilling.gov.in की मेल आईडी से आया है ?ये वो वायरल मेल है जिसे आयकर विभाग के नाम से लोगों को भेजा जा रहा है. इस वायरल मेल के जरिए दावा किया जा रहा है कि ये लिंक गलत इनकम टैक्स गणना के बाद रिफंड भरने वालों के लिए है ताकि उनसे लिया गया ज्यादा टैक्स लौटाया जा सके.


देश में लगभग 6 करोड़ चौरासी लाख लोग इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करते हैं. ऐसे में आयकर विभाग के नाम से लोगों के मेल बॉक्स में पहुंच रहे इस मेल का सच सामने आना बेहद जरूरी है. साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल की बात को ध्यान से जानकर आप आयकर के नाम पर हो रहे दावे का सच साफ जान सकेंगे.


सबसे पहले जानें
(इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के लिए भारत सरकार ने वेबसाइट बनाई है
https://www.incometaxindiaefiling.gov.in इसमें 21 कैरेक्टर हैं जबकि वायरल मैसेज में incometaxindiafilling लिखा हुआ है. ये वेबसाइट काम नहीं कर रही है, दिखावे के लिए है. incometaxindia.in के नाम से भी मेल आ रहा है जिसमें वो दिए गए लिंक पर क्लिक करने का आग्रह कर रहे हैं. इस पर क्लिक करने से वो आपको दूसरी अनवैरिफआइड वेबसाइट पर ले जाएंगे. ये वेबसाइट देखने में असली वेबसाइट की तरह होती है. ये वेबसाइट आपकी यूजर नेम, पासवर्ड जैसी जरूरी जानकारी इकट्ठा करेगी और इसका इस्तेमाल करके आपके खिलाफ कोई साइबर क्राइम कर सकती है. साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल ने साफ किया कि इस तरह के किसी भी लिंक पर क्लिक करने का मतलब अपनी निजी जानकारी किसी गलत हाथ में सौंपने जैसा है.


दरअसल लोगों को तरह-तरह के मैसेज भेजे जा रहे हैं जिसमें रिफंड, दोबारा फाइल करने की बात करने वाली सभी वेबसाइट नकली हैं. इसके पीछे प्रमुख उद्देश्य लोगों की जानकारी चुराना है ताकि जानकारियों का इस्तेमाल साइबर क्राइम में किया जा सके. मालवेयर फैलाना भी इसका एक उद्देश्य है. लिंक पर क्लिक करते ही वायरस मोबाइल, कंप्यूटर में डाउनलोड हो जाएगा. वायरस की मदद से निजी जानकारी साइबर अपराधियों के पास चली जाएंगी. इससे सावधान रहने की जरूरत है, इस पर विश्वास ना करें.


उन्होंने सावधान करते हुए कहा कि मेल में आए किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें. भले ही वो लिंक असली मेल से ही क्यों ना आया हो. कोई भी काम हो तो इनकम टैक्स की असली वेबसाइट पर जा कर ही काम करें.


इसलिए ध्यान रहे आयकर विभाग की तरफ से ऐसा कोई भी मेल जारी नहीं किया गया है. आयकर विभाग के नाम का इस्तेमाल करके भेजे जा रहे फेक मेल महज साइबर अपराध का एक जरिया है. आयकर विभाग के नाम का इस्तेमाल करके भेजे जा रहे फेक मेल पर क्लिक ना करें, आप खतरे में पड़ सकते हैं. आयकर रिटर्न हो या कोई और काम https://www.incometaxindiaefiling.gov.in टाइप करने के बाद ही करें.



आयकर विभाग के नाम का इस्तेमाल करके भेजा जा रहा मेल झूठा है लेकिन फेक मेल के जरिए लूट लेने का दावा सच्चा है.