नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर इन दिनों एक तस्वीर के जरिए दावा किया जा रहा है कि बाजार में दो तरह के 500 के नोट घूम रहे हैं, जिसमें से एक असली और दूसरा नकली है. इतना ही नहीं असली-नकली 500 के नोट की पहचान कैसी होगी इसका एक तरीका भी बताया जा रहा है.

क्या किया जा रहा है दावा?

500 रुपए के नोट की तस्वीर के साथ वायरल हो रहे मैसेज में लिखा है, ‘’सभी लोगों से निवेदन है कि वो 500 रुपए का ऐसा कोई नोट न लें, जिसमें RBI वाली तार महात्मा गांधी की फोटो के पास हो, क्योंकि ये नोट नकली बताए जा रहे हैं. इसलिए केवल वही नोट स्वीकार करें जिसमें RBI वाली तार गवर्नर के हस्ताक्षर को क्रॉस करती हुई जाए.’’



कितना सच है ये दावा?

RBI की आधिकारिक वेबसाइट पर 500 के नोट को पहचानने के 12 तरीके बताए गए हैं, इसमें 5वें नंबर पर हरे रंग के तार के बारे में बताया गया है. इसमें रंग का तार ना गांधी जी के पास है ना गर्वनर के हस्ताक्षर के ऊपर बल्कि दोनों के बीच में है. इसमें लिखा है कि नोट को टेढ़ा करने पर सुरक्षा धागे का रंग हरे से नीले में बदलता है. आरबीआई ने कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया है कि सुरक्षा धागा नोट पर किस जगह है ये उसके नकली या असली होने की पहचान होगा.



500 रुपए के नकली नोट का दावा झूठा

हरे रंग की लाइन गांधी जी की तस्वीर के पास है या गर्वनर के हस्ताक्षर के ऊपर ये नोट की पहचान नहीं है. इसलिए हमारी पड़ताल में 500 रुपए के नकली नोट का दावा झूठा साबित हुआ है.