नई दिल्लीः सोशल मीडिया पर वायरल एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. मैसेज में दावा किया जा रहा है कि अब तक बैंक जो सेवाएं आपको मुफ्त में उपलब्ध करवाता है 20 जनवरी से उस हर सुविधा की कीमत चुकानी होगी. चाहे मोबाइल नंबर अपडेट करवाना हो या फिर नया पासवर्ड लेना हो, हर चीज के लिए बैंक आपसे पैसे वसूलेगा और वो भी जीएसटी के साथ. ये दावा बहुत ज्यादा चर्चा में है क्योंकि इसका असर सीधे आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला है.
सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि 20 जनवरी 2018 से बैंक से जुड़ी कोई भी सर्विस अगर आप लेते हैं तो बिना बताएं आपके अकाउंट से उस सर्विस के एवज में पैसे काट लिए जाएंगे. यानी बैंक में पैसे रखना और निकलना दोनों मंहगा होने वाला है. कहा जा रहा है कि बैंक से जुड़े जितने भी चार्ज हैं वो बिना जीएसटी के लिखे हैं यानि जीएसटी लगने के बाद वो चार्ज और बढ़ जाएगा.
सोशल मीडिया में दावा: इन सेवाओं पर चार्ज लगेगा
- अपने खाते से अगर आप सेल्फ चेक के जरिए 50 हजार तक की राशि निकालते हैं तो हर ट्रांजैक्शन पर 10 रुपये चार्ज लगेगा
- अगर आप अपने बचत खाते में 50,000 तक जमा करवाते हैं तो उसके लिए कोई चार्ज नहीं है लेकिन 50,000 से ज्यादा पैसे जमा करवाने पर हर हजार रुपये पर ढाई रुपये चार्ज किए जाएंगे.
- पहले जो पासबुक आप बिना किसी चार्ज के अपडेट करवा लेते थे अब उसके लिए भी पैसे लगेंगे. वायरल मैसेज में लिखा है हर बार पासबुक अपडेट करवाने पर बैंक आपके अकाउंट से 10 रुपये काट लेगा.
- अपने अकाउंट का हिसाब-किताब जानने के लिए आप जो अकाउंट स्टेटमेंट निकालते हैं उसके लिए अब आपको 25 रुपये चुकाने होंगे
- अगर आप नए चेकबुक के लिए रिक्वेस्ट डालते हैं तो उसके लिए भी बैंक आपके अकाउंट से 25 रुपये काट लेगी
- अगर आप बैंक से डिमांड ड्राफ्ट बनवाते हैं तो बैंक ड्राफ्ट बनाने के एवज में 25 रुपए लेगा.
- बैंक में पहले जो चेक आप बिना किसी चार्ज के जमा कर आते थे वो नियम अब बदलने वाला है. दावा है कि हर चेक पर आपको 10 रुपये देने होंगे साथ ही स्पीड चेक क्लियरिंग चार्ज भी बैंक आपसे ही वसूलेगा
- बैंक में संपर्क के लिए आपने जो पता और मोबाइल नंबर दिया है उसको अगर आप बदलवाते हैं तो 25 रुपये बतौर चार्ज भरने होंगे. और तो और केवाईसी अपडेट करवाने पर यानि की पैन और आधार नंबर अपडेट करवाने पर भी 25 रुपये लगेंगे.
- दावा है अगर आप बिना बैंक जाए इंटरनेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग करना चाहते हैं तो 25 रुपए और आपका पासवर्ड ब्लॉक हो गया है और आप उसे अनब्लॉक करवाना चाहते हैं तो 10 रुपए की पेमेंट करनी होगी.
- दावे के मुताबिक चाहे मकान मालिक को किराया देना हो या घरवालों को पैसे भेजने हों इसके लिए आप NEFT, RTGS में इंटरनेट बैंकिंग के जरिए जो फंड ट्रांसफर करते हैं उसके लिए भी अलग से कीमत चुकानी होगी. अगर आप 2 लाख की सीमा तक जितना भी पैसा ट्रांसफर करेंगे आपको 25 रुपये चुकाने होंगे और 2 लाख से ज्यादा की राशि पर 50 रुपये चार्ज लगेगा.
इन दावों की एबीपी न्यूज ने बैंकिंग एक्सपर्ट और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के पूर्व निदेशक रह चुके एस सी सिन्हा से बात की तो उन्होनें बताया कि हर बैंक की अपनी-अपनी कॉस्ट होती है और बैंक अपने हिसाब से चार्ज तय करता है. विदेशी बैंकों का अलग चार्ज होता है. प्राइवेट और सरकारी बैंक का चार्ज अलग होता है और पब्लिक सेक्टर में भी अलग-अलग चार्ज होता है. रिजर्व बैंक चार्ज के लिए कोई गाइडलाइन नहीं देता और हर बैंक कॉस्ट के हिसाब से चार्ज तय करता है.
पड़ताल के बाद पता चला कि वायरल मैसेज में जिन सर्विस पर चार्ज वसूलने की बात की जा रही है वो प्रस्ताव बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर रखा है. बैंक ऑफ इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट में देखने पर सर्विस चार्ज के कॉलम में एक डॉक्यूमेंट लिखा था कि ये चार्ज 20 जनवरी से लागू होने के लिए प्रस्तावित हैं. बैंक ऑफ इंडिया के प्रस्तावित सर्विस चार्ज की इस लिस्ट में वो तमाम सर्विस मौजूद थीं जिनका जिक्र वायरल मैसेज में किया गया था. बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक निदेशक बोर्ड की मंजूरी के बाद ही इस प्रस्ताव को सार्वजनिक किया गया है. रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के मुताबिक कुछ मामलों जैसे डेबिट कार्ड को छोड़कर बाकी मामलों में बैंक को सुविधाओं पर चार्ज तय करने की आजादी है
बैंक को अपनी सेवाओं पर चार्ज तय करने की नीति पर बैंक के निदेशक बोर्ड से मंजूरी लेनी होती है. और बैंक ऑफ इंडिया ने ये मंजूरी ले ली हैं लिहाजा ये बैंक 20 जनवरी से तमाम सेवाओं पर नए सर्विस चार्ज लागू कर देगा.
एबीपी न्यूज की पड़ताल में सामने आया सच
वायरल मैसेज में पासबुक अपडेट कराने से लेकर पता बदलवाने तक की सर्विस पर जो चार्ज वसूलने का दावा है वो बैंक ऑफ इंडिया ने प्रस्तावित किया है. बैंक ऑफ इंडिया 20 जनवरी से तमाम सेवाओं पर ग्राहकों से चार्ज वसूलेगा. सुविधाओं पर नए चार्ज का बाकी किसी भी दूसरे बैंक से कोई लेना-देना नहीं है. अभी आप अपने बैंक को जिस सुविधा पर जो चार्ज देते हैं वो बदस्तूर देते रहेंगे उसमें कोई बदलाव होने नहीं जा रहा है.
इसलिए हमारी पड़ताल में वायरल मैसेज में सुविधाओं पर जो चार्ज हैं वो सच साबित हुए हैं लेकिन ये सिर्फ बैंक ऑफ इंडिया के लिए हैं देश के किसी और बैंक के लिए नहीं.