नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में 2 हजार के नोट की ब्लेड से सर्जरी की जा रही है और नोट के अंदर से चिप निकलते हुए दिखाई जा रही है. क्या है 2000 के नोट की इस सर्जरी का सच ABP न्यूज ने इसकी पड़ताल की है.


करीब 4 मिनट का ये वीडियो सोशल मीडिया की एकदम नई और ताजा तरीन सनसनी है. दावा है कि इस वीडियो में 2 हजार के नोट से चिप निकलती हुई दिखाई जा रही है. चिप का नाम सुनते ही लोगों के कान खड़े हो जाते हैं क्योंकि पहले भी चिप को लेकर ये दावा किया जा चुका है कि इसी के सहारे सरकार काले धन का पता लगा लेगी चाहे उसे जमीन में ही क्यों ना गाड़ दिया जाए.



क्या है वीडियो में?


4 मिनट के इस वीडियो में करीब एक मिनट तक वो जगह तलाशी जा रही है जहां ब्लेड से कट लगाना है. कट लगाने के पहले तैयारी ऐसे करते हुए दिखाया गया है जैसे सर्जरी के पहले कोई डॉक्टर करता है.


कट लगाने की जगह तय करने के बाद नोट की सर्जरी करने जा रहा शख्स दोबारा तसल्ली करता है और नोट को पलट कर देखता है कि जगह सही है या नहीं. और पूरी जांच परख और तसल्ली के बाद एक मिनट 18 वें सेकेंड पर 2 हजार के गुलाबी नोट की सर्जरी शुरू हो जाती है. एक छोटी सी जगह पर धीरे-धीरे कट मारा जाता है.

इस नोट में जहां कट लाया जा रहा है. वो जगह है मंगलयान की तस्वीर. इसी जगह पर धीरे-धीरे ब्लेड चलाई जाती है. थोड़ी देर बाद नोट घुमाकर दूसरी तरफ से नोट पर ब्लेड चलाई जाती है फिर तीसरी तरफ ब्लेड घूमा दी जाती है.


एक मिनट 50 सेकेंड बाद तीन तरफ से ब्लेड से कट मारा जाता है. ऊंगलियों से उस जगह को घिसा जाता है जहां से चिप निकलने का दावा किया जा रहा है. थोड़े देर बाद दोबारा हाथ में ब्लेड आती है नोट की सर्जरी का दूसरा चरण शुरू किया जाता है. वीडियो देखने वाले इस इंतजार में है कि अब कुछ निकलेगा.


वीडियो के 2 मिनट 21वें सेकेंड में बड़ी ही सफाई से धीरे-धीरे ब्लेड से नोट का एक हिस्सा काट दिया जाता है. फिर उसको परत की तरफ उठाया जाता है. किसी फिल्म की तरफ इस वीडियो में क्लाइमेक्स का सस्पेंस बना हुआ है.

सस्पेंस ये है कि नोट में उठी हुई इस परत के नीचे क्या है? 2 मिनट 48 सेकेंड हो चुके हैं और अब 2 हजार के गुलाबी नोट की सर्जरी का दूसरा औजार हाथ में दिखाई देता है. धीरे से उस नए औजार की मदद से नोट की परत को हटाया जाता है. नोट में एक सफेद हिस्सा दिख रहा है. नोट को बार-बार कैमरे के पास लाकर कुछ दिखाने की कोशिश की जाती है. ये जताने की कोशिश की जा रही है कि जो सफेद हिस्सा आप देख रहे हैं वहां कोई चमकती हुई सी चीज है.

3 मिनट 31 वें सेकेंड पर ब्लेड उस सफेद हिस्से पर लाई जाती है. और ब्लेड पर सफेद रंग की कोई चीज दिखाई जाती है. फिर ब्लेड से उसे हाथ पर रखकर दिखाया जाता है. दावा है कि उंगलियों पर आप जो सफेद रंग की ये चीज देख रहे हैं वो ही 2 हजार के नोट में लगी हुई चिप है.


क्या वाकई नोट में कोई चिप है? क्या सच में नोट को ब्लेड से काटने पर कुछ निकला है? सफेद रंग की जो दिखाई दी जा रही है वो क्या है? ये वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया तक पहुंचा आंधी बनकर छा गया. हर ग्रुप में शेयर हो रहा है लोग चर्चा कर रहे हैं. दरअसल चिप की ये कहानी नई नहीं है. 8 नवंबर को नोटबंदी के एलान के बाद ही सबसे पहले नोट में चिप का दावा किया गया था. तब एबीपी न्यूज ने आपको नोट में चिप के दावे का सच दिखाया था.

एक बार नोट में चिप का दावा खारिज हो चुका है लेकिन इस बार चिप के दावे को दोबारा हवा मिल रही है क्योंकि वीडियो में बाकायदा चिप निकालकर दिखाई जा रही है. लोग हैरान हैं और अब वायरल हो चुके इस वीडियो का सच जानना चाहते हैं. इस वीडियो में उठ रहे सवाल और सच सामने लाने के लिए एबीपी न्यूज ने इसकी पड़ताल की.


सत्यब्रत जीत जो बीएचयू में माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट के HOD है उन्होंने बताया कि चिप क्या होता है. उन्होंने कहा कि माइक्रो चिप एक बाल के पचासवें हिस्से के बराबर होती है हम तो नैनो पर काम कर रहे हैं.

यानी कि आपके बाल का जो पचासवां हिस्सा है माइक्रोचिप उस साइज होती है. और माइक्रोचिप के पचासवें हिस्से के बराबर नैनो चिप होती है मतलब अपनी आंखों से उसे देख नहीं सकते वो बेहद महीन और छोटी हो सकती है.

प्रोफेसर सत्यब्रत जीत से हमने दूसरा सवाल ये पूछा कि नोट में चिप लग सकती या नहीं. उनका कहना था कि माइक्रो चिप लगाना असंभव नहीं, नैनो चिप भी लगा सकते हैं. प्रोफेसर दो अहम बातें हमें बता चुके थे. पहली चिप होती क्या है और दूसरी नोट में चिप लग सकती है कि नहीं. हमने उनसे तीसरा सवाल किया कि क्या 2000 के नोट में कोई चिप लगी है?

प्रोफेसर सत्यब्रत जीत ने साफ किया कि नोट में चिप लगा भी दी गई तो उसे ऑपरेट करने का कोई तरीका नहीं है. यानि ट्रेस करने का जो दावा किया जा रहा है वो मुमकिन ही नहीं है चिप के साथ काम करने वाली कोई भी तकनीक नोट के साथ काम नहीं कर सकती.


अब चौथा सवाल ये कि तकनीक काम क्यों नहीं कर सकती. इस पर उनका कहना है कि नोटों में चिप लगेगी तो बहुत छोटी होगी इनके सिग्लन भी छोटे होंगे और इतने सारे नोटों में लगाना मुमकिन नहीं है.

प्रोफेसर सत्यब्रत ने हमें बताया नोट में कोई नैनो चिप लगा भी दी जाए तो उसे चार्ज करना और सेटेलाइट से कनेक्ट करना बिल्कुल नामुमकिन है. अगर एक नोट में ऐसा करना हो तो ये हो सकता है लेकिन करोड़ों की संख्या में मौजूद नोटों में चिप लगाकर उसकी मॉनिटरिंग करना संभव नहीं है.


अब आपके मन में आखिरी सवाल ये उठ रहा होगा कि अगर नोट में चिप लगाना मुमकिन नहीं है तो फिर वायरल वीडियो में जो सफेद रंग की चमकती हुई चीज दिखाई दे रही है जिसे चिप बताया जा रहा है वो क्या है?

प्रोफेसर ने हमें बताया कि वो सफेद रंग की चीज एक प्लास्टिक का छोटा और महीन टुकड़ा हो सकता है जो नजरों से बचाकर ब्लेड के सहारे अंदर से बाहर निकलता हुआ दिखाय़ा गया. वित्त मंत्री अरुण जेटली भी साफ कर चुके हैं कि नोट में चिप जैसी कोई चीज नहीं है.

यहां आपको एक और जरूरी बात बता देते हैं कि सरकार को 2 हजार का एक नोट छापने में 3 रुपए 17 पैसे का खर्च आएगा. और अगर सरकार ऐसी कोई चिप नोट में लगाने की कोशिश करती है तो हर नोट पर चिप लगाने के लिए करीब 50 रुपए खर्च करने होंगे जो बहुत महंगा सौदा साबित होगा.

इसलिए भी नोट में चिप लगाना मुमकिन है ही नहीं. अगली बार आपको फेसबुक, वॉट्सऐप या सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म पर चिप का दावा या दावा करने वाला कोई वीडियो दिखाई देता है तो इन बातों को याद भी करिएगा और ऐसा दावा करने वालों को बताइएगा भी.

नोटबंदी के बाद से एबीपी न्यूज आपको चार बड़े दावों का सच बता चुका है. पहला हमने नोटबंदी के 24 घंटे के भीतर आपको बताया था कि नोट में कोई चिप नहीं है.चिप वाला दावा झूठा था. दूसरा हमने आपको बताया कि किसी रेडियोएक्टिव स्याही से नोट का पता नहीं लगाया जा सकता है. स्याही वाला दावा झूठा था. तीसरा हमने आपको बताया कि 2000 के नोट से कोई बल्ब नहीं जलता. ये दावा भी झूठा था. और आज एबीपी न्यूज की पड़ताल में चौथा दावा यानि 2000 के नोट में चिप का दावा करने वाला ये वीडियो झूठा साबित हुआ है.

एबीपी न्यूज आपको हर झूठ से दूर रखेगा. क्योंकि एबीपी न्यूज अपने दर्शकों को हमेशा आगे रखता है.