नई दिल्ली: शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन से 400 मीटर दूर एक महिला की खून से लथपथ लाश मिली थी. लेकिन मामला एक्सीडेंट का नहीं था क्योंकि गले पर कट का निशान था. शाम होते होते पता चला कि मरने वाली महिला मेजर अमित द्विवेदी की पत्नी शैलजा द्विवेदी हैं. पुलिस के सामने शैलजा के पति अमित द्विवेदी ने मेजर निखिल हांडा पर शक जाहिर किया. पुलिस ने मेरठ से निखिल हांडा को गिरफ्तार कर लिया.
क्या दावा किया जा रहा है?
इस बीच कत्ल के पीछे कोर्टमार्शल की बिल्कुल नई थ्योरी 26 जून की सुबह तमाम अखबारों और वेबसाइट में छपी खबरों के बाद सामने आई है. दावा किया गया कि मेजर निखिल हांडा ने शैलजा की हत्या कोर्टमार्शल की धमकी की वजह से की थी.
क्या शैलजा की शिकायत पर निखिल हांडा का कोर्टमार्शल हो सकता था?
सेना में साथी अफसर की पत्नी पर बुरी नजर डालना एक गंभीर अपराध है और ऐसा करने वाले अफसर को दोषी माना जाता है. अफसर को पांच साल के लिए जेल भेजने से लेकर कोर्ट मार्शल तक हो सकता है 12 अक्टूबर 2017 में एक आर्मी ब्रिगेडियर का जनरल कोर्ट मार्शल करने के साथ सीनियर रैंक वापस ले गई थी.
क्या शैलजा ने निखिल हांडा को कोर्ट मार्शल की धमकी दी थी?
मेजर अमित द्विवेदी ने न्यूज 18 इंडिया को एक इंटरव्यू दिया है. इस इंटरव्यू में अमित द्विवेदी ने शैलजा और निखिल हांडा के रिश्तों पर बात की है. अमित द्विवेदी ने इंटरव्यू में कहा, ''वो फेसबुक पर अपनी तस्वीरें डालती रहती थी, मैंने कई बार निखिल को व्यक्तिगत मैसेज भेजते हुए देखा था.
फेसबुक एक किताब की तरह है, आप वहां अपनी तस्वीरें डालते हैं और लोग कमेंट करते हैं. लेकिन आप उसे मैसेज क्यों भेज रहे हैं. निखिल की किस्मत यहां खराब थी कि हम एक दूसरे का पासवर्ड जानते थे. मैरे और शैलजा के बीच में कुछ नहीं छिपा था, वो लगातार मेरे घर आता था और मैंने अपनी पत्नी से कहा था कि इसके बारे में कुछ ठीक नहीं है.''
उन्होंने आगे बताया, "कई बार निखिल शैलजा को फोन करता था और कहता था कि मैम मुझे ये परेशानी है. शैलजा भी बहुत भावुक थी, उसने दो साल पहले ही अपने पिता को खोया था. निखिल ने शैलजा से अपने पिता के बारे में कहा. शैलजा भावुक हो गई और समझाने लगी कि परेशान मत हो सब ठीक हो जाएगा.'' अमित द्विवेदी के मुताबिक शैलजा के भावुक हो जाने का और मदद का इरादा रखने का मेजर निखिल हांडा ने गलत मतलब निकाला.
अमित द्विवेदी ने कहा, ''अगर वो उससे शादी करना चाहती तो ये बेहद आसान था. शैलजा का कत्ल इसलिए हुआ क्योंकि उसने किसी बात का विरोध किया था. कौन जानता है कि उस ड्राइव में निखिल ने शैलजा को मोलेस्ट करने की कोशिश की हो. उसे लगा होगा कि ये मुझसे बात करती है तो चलो कोशिश करते हैं. मेरी पत्नी इस बारे में बताने के लिए जिंदा नहीं है. जब निखिल को लगा कि अब मैं मुश्किल में फंस सकता हूं तो उसने शैलजा को मारने का फैसला लिया. मुझे अच्छे से याद है कि उसकी कार की चाभियों में एक स्विस चाकू भी था. मुझे नहीं पता कि वो किस वजह से स्विस चाकू रखता था, इसका मतलब है कि उसके दिमाग में कोई प्लान चल रहा था.''
एबीपी न्यूज़ ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों से इस दावे के बारे में पूछा तो उन्होंने इस बात से इंकार किया कि मेजर की पत्नी के कत्ल के पीछे कोर्टमार्शल की धमकी थी. यानि अभी तक की जांच में कत्ल के पीछे कोर्टमार्शल की धमकी जैसी वजह सामने नहीं आई है. इसलिए हमारी पड़ताल में मेजर की पत्नी की कत्ल के पीछे कोर्टमार्शल की धमकी का दावा झूठा साबित हुआ है.