नई दिल्ली: अन्ना हजारे दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. 23 मार्च से अन्ना अनशन पर हैं लेकिन इस बीच अन्ना हजारे की एक तस्वीर के जरिए सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि उनके अनशन के पीछे धन्ना सेठों की ताकत है. वायरल तस्वीर में अन्ना हजारे विमान में बैठे हुए लग रहे हैं. दावा है कि ये तस्वीर एक चार्टर्ड प्लेन की है जिसमें बैठकर वो आंदोलन के लिए दिल्ली पहुंचे थे.
तस्वीर के साथ मैसेज में लिखा है कि अन्ना हजारे चार्टड प्लेन से दिल्ली पहुंचे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार पंकज पचौरी इस यात्रा में उनके साथ थे. अब इन सवालों के जवाब के लिए एबीपी न्यूज पंकज पचौरी के पास पहुंचा.
पंकज पचौरी ने कहा, ''मैं अन्ना हजारे से बस एक बार साल 2010 में मिला हूं. तस्वीर में कोई सच्चाई नहीं है. मैं उस वक्त एक टेलीविजन चैनल में एंकर था. तब भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन चल रहा था. उनसे बातचीत और इंटरव्यू के लिए बुलाया था. कार्यक्रम में केजरीवाल, प्रशांत भूषण और 150 लोग मौजूद थे. नया पेशा बन गया है कि पैसा लेकर गलत बात फैलाएं.'' पंकज पचौरी ने इस बात को खारिज किया कि उन्होंने किसी भी तरह से अन्ना हजारे की ट्रिप को स्पॉन्सर किया या फिर उनके लिए जेट बुक करवाया.
यानि ये दावा तो झूठा साबित हुआ कि अन्ना के साथ पंकज पचौरी मौजूद थे. अब सवाल ये है कि क्या अन्ना चार्टर्ड प्लेन से पहुंचे थे? इस सवाल का जवाब एक टिकट दे रही है. पुणे से दिल्ली के लिए ये विस्तारा एयरलाइंस की टिकट है. इसमें किशन बाबू हजारे का नाम लिखा है और ये इकॉनमी क्लास की टिकट है. दो लोगों के लिए करीब साढ़े 15 हजार रुपये चुकाए गए हैं. यानि अन्ना दिल्ली किसी चार्टर्ड प्लेन से नहीं आए हैं. इसलिए अन्ना के अनशन के पीछे धन्ना सेठों की ताकत वाला दावा झूठा साबित हुआ है.