नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की रहने वाली विशाखा यादव ने सिविल सर्विस एग्जाम में छठी रैंक हासिल की है. विशाखा पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और करीब ढाई साल बेंगलुरु की एक मल्टीनैशनल कंपनी में नौकरी करने के बाद विशाखा ने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए विशाखा ने बताया कि सैलरी तो लाखों में थी, लेकिन सपना आईएएस ऑफिसर बनने का था. माता पिता का सपोर्ट मिला और उसके बाद नौकरी छोड़ कर वापस दिल्ली आ गई और सिविल सर्विस की तैयारियों में जुट गई है.
विशाखा ने दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से बीटेक किया है. विशाखा यादव ने बताया पहले दो अटेम्प्ट में तो वो प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं कर पाई थीं. लेकिन वह कभी दबाव में नहीं आई और परिवार के सपोर्ट से उन्हें हिम्मत मिलती रही. विशाखा का कहना है कि फोकस और कंसिस्टेंट तैयारी से ही उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है.
दिल्ली पुलिस में एएसआई हैं विशाखा के पिता
विशाखा के पिता राजकुमार यादव दिल्ली पुलिस में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर हैं. बेटी की इतनी बड़ी कामयाबी पर खुशी से फूले नहीं समा रहे थे. राजकुमार यादव ने बताया कि विशाखा शुरू से ही पढ़ने में तेज थीं. दसवीं और बारहवीं कक्षा में उसने अपनी क्लास में टॉप किया था. दिल्ली यूनिवर्सिटी से बीटेक करने के बाद लाखों के पैकेज पर नौकरी लग गई थीं. विशाखा चाहतीं तो आगे विदेश भी जा सकती थी, लेकिन वो खुद ऑफिसर बनना चाहती थीं. इतना ही नहीं विशाखा की मां का सपना भी बेटी को ऑफिसर बनते देखना था. यही वजह है कि विशाखा नौकरी छोड़कर वापस दिल्ली आ गईं और तैयारियों में जुट गईं.
दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल ने भी पास किया है सिविल सर्विस एग्जाम
दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल फिरोज आलम ने भी सिविल सर्विस एग्जाम पास कर 645 रैंक हासिल की है. फिरोज़ फिलहाल पीसीआर यूनिट में तैनात हैं. फिरोज़ के साथ ही दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर की बेटी नवनीत मान ने भी 33वी रैंक हासिल की है.
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