नई दिल्ली: हिंदू-मुस्लिम के बीच सामाजिक समरसता खत्म करने की कोशिश से कुछ लोग बाज नहीं आ रहे हैं. दरअसल विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के एक कथित नेता अभिषेक मिश्रा ने एप बेस्ड ओला टैक्सी की बुकिंग इसलिए रद्द कर दी क्योंकि उसका ड्राइवर मुस्लिम था. अभिषेक ने बुकिंग डिटेल्स का स्क्रिनशॉट साझा किया है. साथ ही उसने मसूद आलम नाम के ड्राइवर को 'जिहादी' तक कह दिया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, '''ओला कैब की बुकिंग कैंसिल कर दी क्योंकि ड्राइवर मुस्लिम था. मैं अपना पैसा जेहादियों को नहीं देना चाहता.''
अभिषेक मिश्रा के ट्विट का जवाब ओला ने बखूबी दिया. जिसकी सोशल मीडिया पर खूब सराहना हो रही है. ओला ने कहा, ''हमारे देश की तरह टैक्सी सेवा उपलब्ध कराने वाली उनकी कंपनी एक सेक्युलर प्लेटफार्म है. हम अपने ड्राइवरों और उपभोक्ताओं में जाति, धर्म, लिंग या पंथ के आधार पर भेदभाव नहीं करते हैं. कंपनी ने सभी ग्राहकों और ड्राइवरों से आग्रह किया है कि वे एक-दूसरे से सम्मान के साथ व्यवहार करें.''
कौन है अभिषेक मिश्रा?
अभिषेक मिश्रा के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट के मुताबिक, वो विश्व हिंदू परिषद का सदस्य हैं. खुद को हिंदुत्व थिंकर और डिजिटल और सोशल मीडिया सलाहकार बताया है. अभिषेक के ट्विटर हैंडल पर गौर करें तो बीजेपी और हिंदुत्ववादी संगठनों से जुड़े लोगों को वह फॉलो करते हैं. साथ उनके पोस्ट भी उसी प्रकृति के हैं.
ट्विटर पर बरसे लोग
अभिषेक की कई यूजर्स ने जमकर आलोचना की है. इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर समेत कई हस्ती शामिल हैं. शशि थरूर ने कहा, ''मुझे ऐसा भारत याद है जहां ऐसी सोच वाले व्यक्ति का बहिष्कार कर दिया जाता था बजाय उसका उत्साह बढ़ाने और उसे फॉलो करने के. हमें वापस भारतीयता लाने की जरूरत है.''
अभिषेक ने फैसले को सही ठहराया
ट्विटर पर हो रही आलोचनाओं के बावजूद अभिषेक मिश्रा ने खुद को सही ठहराया. उन्होंने कहा कि उन्हें धमकियां मिल रही हैं और उनके ट्विटर अकाउंट को हैक करने की कई बार कोशिश की गई.
अभिषेक ने कहा, ''अगर लोग हिंदुओं के देवी-देवताओं के खिलाफ कैंपेन चला सकते हैं, तो उन्हें भी जवाब के लिए तैयार रहना चाहिए.''