नई दिल्ली :  भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी और अंदरूनी कलह से जूझ रही आम आदमी पार्टी का 'विश्वास संकट' खत्म नहीं हुआ है. दिल्ली नगर निगम चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी ने दिल्ली में आज नया संगठन बनाने के लिए प्रदेश पदाधिकारी सम्मेलन बुलाया लेकिन पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता कुमार विश्वास इससे नदारद दिखे.


कुमार विश्वास के नजदीकी सूत्रों ने दावा किया कि उन्हें इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया था. वहीं पार्टी नेता संजय सिंह ने कार्यक्रम से पहले ABP न्यूज को जानकारी दी थी कि सम्मेलन में कुमार विश्वास मौजूद रहेंगे. पार्टी सूत्रों की माने तो कुमार विश्वास को आमंत्रित किया गया था लेकिन उन्होंने निजी व्यस्तता का हवाला देकर सम्मेलन में आने से मना कर दिया था.


सूत्रों के मुताबिक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कई बार कुमार से अनुरोध किया कि वो सम्मेलन में जरूर आएं. लेकिन दिल्ली से सटे गाजियाबाद के अपने घर में होने के बावजूद कुमार विश्वास पंजाबी बाग में हुए पार्टी के सम्मेलन में शामिल नहीं हुए. सम्मेलन में कुमार विश्वास की अनुपस्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए आशुतोष ने कहा कि सम्मेलन में मनीष सिसोदिया सहित कई और नेता मौजूद नहीं थे. कुमार की गैरमौजूदगी पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि "आपको जो कहानी बनानी है बनाइए".


सम्मेलन में शामिल होने वालों में केजरीवाल कैबिनेट के अलावा मंच पर संजय सिंह और आशुतोष मौजूद थे. हालांकि व्यस्तता के कारण मनीष सिसोदिया सहित कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद नहीं थे.



गौरतलब है कि नगर निगम चुनाव में हार के बाद दिलीप पांडे की जगह केजरीवाल सरकार में मंत्री गोपाल राय को पार्टी का दिल्ली प्रदेश संयोजक बनाया गया था. उन्होंने बूथ स्तर तक पार्टी का संगठन मजबूत बनाने के लिए मेरा बूथ सबसे मजबूत अभियान शुरू किया है.


दिल्ली के लगभग 3500 मतदान केंद्रों में प्रत्येक पर एक मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. कार्यकर्ताओं की बात ऊपर तक पहुंचाने के लिए नम्बर और ई मेल जारी किया गया है.  लेकिन इसके लिए बुलाए गए सम्मेलन में कुमार विश्वास की अनुपस्थिति से साफ है कि उनके और केजरीवाल के बीच का मनमुटाव खत्म नहीं हुआ है.