कोरोना वायरस का सिंगापुर वेरिएंट क्या बच्चों के लिए है खतरनाक? जानिए डॉ वीके पॉल ने इस पर क्या जवाब दिया
माना जा रहा है कि वायरस का सिंगापुर वेरिएंट बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है. इसको लेकर आज निति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य वीके पॉल से सवाल किया गया, जिस पर उन्होंने कहा कि हमने नज़र बनाई हुई है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कई वेरिएंट सामने आ चुके हैं. अब एक नए वेरिएंट की चर्चा हो रही है, जिसे सिंगापुर वेरिएंट कहा जा रहा है. माना जा रहा है कि वायरस का सिंगापुर वेरिएंट बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकता है. इसको लेकर आज निति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य वीके पॉल से सवाल किया गया, जिस पर उन्होंने कहा कि हमने नज़र बनाई हुई है.
वीके पॉल ने कहा, "आप जिस वेरिएंट की बात कर रहे हैं हम उसकी जांच कर रहे हैं. जहां तक बच्चों में कोरोना के प्रभाव की बात है. तो मैं साफ कर दूं कि हमारे पास इसके लिए प्रोटोकॉल है, हम इसको लेकर जागरूक हैं. हम फिर से आश्वस्त कर दें कि बच्चों में गंभीर बीमारी नहीं होती. सिंपल ट्रीटमेंट है. पैरासीटामोल वगैरह से ही उनका इलाज हो जाता है."
हालांकि वीके पॉल ने कहा कि अगर वायरस अपना स्वभाव बदलता है तो ऐसा स्वभाव न बने कि जिसका ज्यादा असर हो. इस पर भी नज़र रहनी चाहिए और नज़र है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने सिंगापुर वेरिएंट पर कही ये बात
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए ये आशंका जताई कि वायरस का ये नया स्वरूप तीसरी लहर के रूप में भारत में दस्तक दे सकता है. उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद खतरनाक बताया जा रहा है. भारत में यह तीसरी लहर के रूप में आ सकता है. केंद्र सरकार से मेरी अपील है: 1. सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों 2. बच्चों के लिए भी टीके के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो.’’
22 राज्यों में पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी से ज्यादा
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया, "22 राज्य ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी 15 फीसदी से अधिक है. 5 फीसदी-15 फीसदी पॉजिटिविटी वाले 13 राज्य हैं. 1 राज्य में 5 फीसदी से कम पॉजिटिविटी है. दिल्ली में साप्ताहिक पॉजिटिविटि 25 फीसदी से घटकर 13.6% हो गई है."