Cars Price Hike: देश में नए साल 2022 का लोग उत्साह के साथ स्वागत कर रहे हैं. इस बीच आज से कई कंपिनियों ने अपनी गाड़ियों की कीमत बढ़ा दी है. वॉल्वो, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, ऑडी समेत कई कंपनियों की गाड़ियां महंगी हो गई हैं. वहीं कुछ और कंपनियों ने भी अपनी कारों की कीमत अगले कुछ दिनों में बढ़ाने के संकेत दिए हैं. स्वीडन की कार विनिर्माता कंपनी वॉल्वो ने भारत में अपने चुनिंदा वाहनों की कीमतों में बढ़ोत्तरी कर दी है. 


स्वीडन की कार विनिर्माता कंपनी वॉल्वो (Volvo) बढ़ती लागत के मद्देनजर भारत में अपने चुनिंदा गाड़ियों की कीमतों में आज से एक लाख रुपये से लेकर तीन लाख रुपये तक की बढ़ोत्तरी की है. वॉल्वो कार इंडिया ने कहा कि संशोधित मूल्यों के तहत उसका एसयूवी एक्ससी 40 टी4 आर डिजाइन के साथ दो लाख रुपये अधिक कीमत के साथ 43.25 लाख रुपये का होगा. वहीं एक्ससी 60 बी5 इन्सक्रिप्शन एसयूवी (SUV) की कीमत 1.6 लाख रुपये बढ़ोत्तरी के साथ 63.5 लाख रुपये हो गई. इसी तरह कंपनी की सेडान एस 90 (Sedan S90) कार तीन लाख रुपये महंगी हो गई है. और इसकी कीमत 64.9 लाख रुपये होगी. वहीं एसयूवी एक्ससी 90 एक लाख रुपये बढ़ी हुई कीमत के साथ 90.9 लाख रुपये में मिलेगी.
 
लागत बढ़ने से कीमतों में इजाफा


कंपनी ने कीमत बढ़ाने की वजह बताते हुए कहा है कि पिछले कुछ साल में विदेशी मुद्रा विनिमय में उतार-चढ़ाव की स्थिति, वैश्विक स्तर पर सप्लाई चेन में अवरोध, महामारी की वजह से लगी पाबंदियां और महंगाई की वजह से कच्चे माल की कीमतें बढ़ गई. वॉल्वो कार इंडिया अपने सभी डीजल मॉडलों का उत्पादन चरणबद्ध तरीके से बंद कर रही है और पूरी तरह पेट्रोल से चलने वाली कार ही बना रही है.


मारुति और टाटा मोटर्स ने भी बढ़ाए दाम


उधर, मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki), टाटा मोटर्स (Tata Motors), मर्सिडीज-बेंज और ऑडी वाहन निर्माता कंपनियां भी जनवरी से गाड़ियों की कीमतें बढ़ने की घोषणा कर चुकी हैं. घरेलू वाहन कंपनी टाटा मोटर्स ने आज से कमर्शियल वाहनों के दाम 2.5 फीसदी तक बढ़ा दिए. कंपनी का कहना है कि कच्चे माल की लागत में बढ़ोतरी की वजह से उसे यह कदम उठाना पड़ रहा है.


टोयोटा (Toyota) किर्लोस्कर मोटर ने भी आज से अपने वाहनों की कीमत में इजाफा किया है. ऑटोमोबाइल निर्माता टोयोटा किर्लोस्कर मोटर 1 जनवरी 2022 से अपने कई मॉडलों की कीमतें बढ़ा दी. कंपनी ने एक बयान में कहा है कि कच्चे माल सहित इनपुट लागत में लगातार इजाफे के चलते कीमतों में बदलाव की जरुरत थी. कंपनी के मुताबिक यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए गए हैं कि लागत वृद्धि का ग्राहकों पर न्यूनतम प्रभाव पड़े.


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