नई दिल्ली: राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की यात्रा के लिए विशेष रूप से निर्मित बी777 विमान आज अमेरिका से भारत पहुंच गया. विमान को अगस्त में ही विमान निर्माता कंपनी बोइंग द्वारा एअर इंडिया को सौंपा जाना था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसमें देरी हुई.


यह एयरक्राफ्ट एडवांस कम्युनिकेशन सिस्टम से लैस है, जो बिना हैक किए मिड-एयर में ऑडियो और वीडियो कम्युनिकेशन फंक्शन की सुविधा प्रदान करता है. एक अधिकारी ने बताया कि वीवीआईपी की यात्रा के दौरान बी777 विमानों को एअर इंडिया के पायलट नहीं, बल्कि भारतीय वायु सेना के पायलट उड़ाएंगे. वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री एअर इंडिया के बी747 विमानों से यात्रा करते हैं.


क्या है इस विमान की खासियत? 
- इस विमान को अमेरिकी कंपनी बोइंग ने तैयार किया है और इसको सुरक्षा के लिए आवश्यक काफी एडवांस बनाया गया है. बताया जा रहा है कि इस विमान को मिसाइल से भी नहीं गिराया जा सकता.


इस स्पेशल एयरक्राफ्ट के अगले हिस्से में ईडब्ल्यू जैमर लगा है जो दुश्मन के रडार के सिग्नल को जाम कर देता है और मिसाइल का टारगेट मिस हो जाता है.


- एयरक्राफ्ट के पिछले हिस्से में लगा मिसाइल अप्रोच सिस्टम, किसी भी मिसाइल के फायर होने पर अलर्ट कर देता है. इसके साथ ही ये मिसाइल कितनी दूर है, कितनी स्पीड से आ रही है, और कितनी ऊंचाई पर ही इसकी भी जानकारी देता है.


-इसके अलावा हीट सिंक मिसाइलों से बचाव के लिए इसमें फ्लेयर्स लगे हैं. जैसा कि नाम से ही जाहिर है, ये ऐसी मिसाइलें होती हैं जो गर्मी की ओर आकर्षित होती हैं, इन फ्लेयर्स से इतनी गर्मी निकलती है जिससे मिसाइल की दिशा भ्रमित की जा सकती है.


- इसमें एक मिरर बॉल सिस्टम भी लगा है, इसका काम है इंफ्रारेड सिग्नल को जाम करना, क्योंकि आजकल की आधुनिक मिसाइलें इंफ्रा रेड नेविगेशन सिस्टम से चलती हैं, उनके सिग्नल को ये जाम कर देता है, जिससे मिसाइल नाकाम हो जाती है.


- यही नहीं इसमें सबसे आधुनिक और सिक्योर सैटेलाइट कम्यूनिकेशन सिस्टम भी लगा है यानी इसके ज़रिए वीवीआइपी ना सिर्फ ग्राउंड पर संपर्क में रह सकते हैं बल्कि दुनिया के किसी भी कोने में बातचीत कर सकते हैं. बेहद सुरक्षित होने से उनकी बातचीत को टेप भी नहीं किया जा सकता.