नई दिल्ली: पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी से और तीन दिन हिरासत में पूछताछ होगी क्योंकि सीबीआई ने आज एक अदालत को बताया कि अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकाप्टर घोटाला एक ‘‘बहुत गंभीर’’ मामला है जिसमें उनसे पूछताछ जरूरी है ताकि एक व्यापक षड्यंत्र का पता लगाया जा सके क्योंकि ‘‘देश के हित से समझौता किया गया.’’


स्पेशल जज अरविंद कुमार ने उनकी और उनके रिश्तेदार संजीव उर्फ जूली और अधिवक्ता गौतम खतान की हिरासत 17 दिसम्बर तक के लिए बढ़ा दी. ये दोनों भी 450 करोड़ रूपये के हेलीकाप्टर सौदा रिश्वत मामले में आरोपी हैं.


सीबीआई ने यद्यपि यह कहते हुए उनकी हिरासत सात दिन बढ़ाने की मांग की थी कि ‘‘यह एक बहुत ही व्यापक एवं गंभीर मामला है तथा विदेश से कुछ आरोपी एवं कंपनियां भी षड्यंत्र में शामिल थीं. फिलहाल हमें सामग्री चाहिए जिसके अभाव के चलते हमारे हाथ बंधे हुए हैं.’’


सीबीआई ने कहा, ‘‘यह एक बहुत ही हाई..प्रोफाइल मामला है और हमें उचित सामग्री चाहिए. अपराध के एक हिस्से को अंजाम भारत में दिया गया जबकि अन्य विभिन्न कोण विदेश में हैं.’’ सीबीआई ने कहा कि उसने विभिन्न देशों से मदद मांगी है जिसमें इटली, मॉरिशस, स्विट्जरलैंड और ब्रिटेन शामिल हैं. जांच एजेंसी ने कहा कि षड्यंत्र की तह तक पहुंचने के लिए उनसे हिरासत में और पूछताछ की जरूरत है.


यद्यपि एस पी त्यागी के वकील ने सीबीआई की अर्जी का विरोध किया और कहा कि ‘‘वह देश के एक अलंकृत युद्ध नायक थे’’ और ‘‘सीबीआई उनकी छवि खराब करने का प्रयास कर रही है जिसे सुप्रीम कोर्ट ने पिंजरे में बंद तोता करार दिया था.’’


त्यागी के वकील ने कहा, ‘‘प्राथमिकी केवल यह कहती है कि पूर्व एसीएम ने ‘‘भी’’ कुछ नकदी प्राप्त की थी. यह केवल एक अस्पष्ट आरोप है.’’ वकील ने कहा कि एस पी त्यागी का पहले ही उनके रिश्तदार से सामना कराया गया है और उनकी गिरफ्तारी से पहले भी काफी आमना सामना कराया जा चुका है.