पुणे: पुणे यूनिवर्सिटी ने आज एक विज्ञप्ति जारी कर अजीबोगरीब फैसला सुनाया है. इस विज्ञप्ति में लिखा गया है कि जो छात्रा मांसाहारी हैं, उन्हें गोल्ड मेडल नहीं दिया जाएगा.

बता दें कि सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी ने कीर्तनकार शेलारमामा के नाम से छात्रों को गोल्ड मेडल देने की घोषणा की है.

सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर इस बाबत जानकारी अपलोड की गई है. छात्र गोल्ड मेडल के लिए 15 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं.

शर्त में यह भी कहा गया है कि छात्र दसवीं, बारहवीं और ग्रेजुएशन की पढ़ाई में पहले स्थान या दूसरे स्थान के साथ पास होना चाहिए. इतना ही नहीं विज्ञप्ति में बताया गया है कि ध्यान और योगा करने वाले छात्रों को प्राथमिकता दी जाएगी.



पूणे यूनिवर्सिटी भारत की प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ में से एक है. इसकी स्थापना साल 1 9 4 9 में की गई थी. साल 2014 के अगस्त महीने में पुणे विश्वविद्यालय का नाम महाराष्ट्र में महिला शिक्षा की अगुवा सावित्रीबाई फुले के नाम पर रख दिया गया था.