Waqf Board Amendment: वक्फ संशोधन विधेयक को ज्वाइंट पार्लियमेंट्री कमिटी (जेपीसी) के पास भेजा गया है. जल्द ही जेपीसी की बैठक भी होने वाली है. इससे पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदस्य मीटिंग करने वाले हैं. जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने अपने अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी के नेतृत्व में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ अभियान शुरू किया है. जमीयत के सदस्य भी लगातार विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
इस अभियान के तहत जमीयत के सदस्य मुस्लिम वक्फ संपत्तियों के लिए लाए जाने वाले विधेयक नुकसान के बारे में विपक्षी दलों के नेताओं को बता रहे हैं. वह जेपीसी के सदस्यों के साथ भी संपर्क में हैं, ताकि उन्हें भी इसे नुकसान से अवगत कराया जा सके. जमीयत द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया कि महाराष्ट्र में एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में अपनी चिंताओं को व्यक्त करने के लिए जेपीसी सदस्यों म्हात्रे बाल्या मामा और अरविंद सावंत से मुलाकात की है.
स्टालिन से मुलाकात करेगा AIMPLB और जमीयत का प्रतिनिधिमंडल
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के बयान में बताया गया कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा-ए-हिंद का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से मुलाकात करने वाला है. स्टालिन 20 अगस्त को इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. स्टालिन से मुलाकात से पहले AIMPLB और जमीयत के सदस्य भी बैठक करेंगे, ताकि मुद्दों पर सहमित बनाकर उन्हें रखा जा सके. वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर दोनों ही संगठन पहले ही दिन से विरोध कर रहे हैं.
22 अगस्त को होगी जेपीसी की बैठक
वहीं, वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार करने के लिए जेपीसी का गठन हो चुका है. इसकी अध्यक्षता बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल कर रहे हैं. 22 अगस्त को जेपीसी की बैठक होने वाली है. लोकसभा सचिवालय के एक नोटिस में कहा गया है कि बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल की अध्यक्षता वाली समिति 22 अगस्त को अल्पसंख्यक कार्य तथा विधि एवं न्याय मंत्रालयों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेगी.