Waqf Board Scam: महाराष्ट्र में ड्रग्स केस के बाद से राजनीति में जांच के धमाके हो रहे हैं. अब ED यानी प्रवर्तन निदेशालय ने वक्फ बोर्ड घोटाले की जांच शुरू कर दी है. वक्फ बोर्ड में धांधली की शिकायत मिलने के बादकल कुल सात जगहों पर ED ने छापेमारी की. दिलचस्प ये है कि महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड मंत्री नवाब मलिक के अधीन आता है.
नवाब मलिक ने क्या-क्या कहा?
पिछले कई दिनों से नवाब मलिक लगातार बीजेपी पर हमले कर रहे हैं. इस छापेमारी को लेकर नवाब मलिक ने कहा कि महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड में कोई जमीन घोटाला नहीं हुआ है.नवाब मलिक का दावा है कि करीब 30 हजार संस्थाए महाराष्ट्र वक्फ बोर्ड से जुड़ी हैं और ED को इनकी जांच करनी चाहिए. मलिक ने यह भी कहा कि ED को यूपी के शिया वक्फ बोर्ड और उनके अध्यक्ष वसीम रिजवी के कारनामों पर भी नजर डालनी चाहिए.
वक्फ बोर्ड के बारे में जानिए
मुसलमानों की भलाई के लिए दी गई जमीन या संपत्ति वक्फ कहलाती है. वक्फ बोर्ड का काम इससे होने वाली आमदनी का हिसाब रखना है.
- महाराष्ट्र में वक्फ बोर्ड की कुल 23566 प्रॉपर्टी हैं.
- वक्फ बोर्ड के पास 37330 हेक्टेयर की जमीन है.
- वक्फ बोर्ड की एक हजार से ज्यादा प्रॉपर्टी पर अवैध कब्जा है.
- वक्फ से जुड़े ट्रस्ट इस जमीन को किराए पर भी दे सकते हैं.
- इस किराए में भी गड़बड़झाले का आरोप लगता है.
उदाहरण के लिए- भुलेश्वर में एक प्रॉपर्टी को इंडियन ऑयल को सालाना दो लाख 55 लाख के किराए पर दिया गया, जबकि इससे पहले इसी प्रॉपर्टी पर सिर्फ ढाई हजार रूपये मिलता था. आरोप लगता है कि सस्ते किराए के नाम पर बड़ा गोरखधंधा चल रहा है. इस मामले में पुणे पुलिस ने अगस्त में दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया था. इन अधिकारियों पर पद पर रहते हुए 7.76 करोड़ रुपए के गबन का आरोप लगा था.
ED की टाइमिंग पर उठ रहे हैं सवाल
सवाल ED की टाइमिंग को लेकर उठ रहा है. ED ने वक्फ बोर्ड के खिलाफ छापेमारी ऐसे वक्त में की है जब नवाब मलिक क्रूज ड्रग्स केस को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत कई बीजेपी नेताओं पर हमलावर हैं. ED की कमान केंद्र के अंतर्गत आती है जो वक्फ घोटाले की जांच कर रही है.