Watch: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ जाने से हवा बहुत जहरीली हो गई और राजधानी समेत एनसीआर के इलाको में धुंध छाई रही. दिल्ली-नोएडा सीमा के पास एक वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे राष्ट्रीय राजधानी में हवा में जहर घुला हुआ है.
दिल्ली में रविवार (6 नवंबर) को एयर क्वालिटी बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई जबकि न्यूनतम तापमान औसत से तीन डिग्री ऊपर 17.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सीपीसीबी के आंकड़ों के मुताबिक दोपहर 1:10 बजे दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 341 दर्ज किया गया.
'दिल्ली के किन इलाकों में है वर्स्ट एयर पोल्यूशन'
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जिन इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया, वे हैं... अलीपुर जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 357 रहा, वहीं शादीपुर में 321, एनएसआईटी द्वारका पर 348, डीटीयू दिल्ली पर 306, आईटीओ पर 335, सीरीफोर्ट पर 351, मंदिर मार्ग पर 333, आर.के. पुरम पर 365 और आया नगर में 333 रहा.
दिल्ली में कहां-कितना रहा खराब रहा एयर पॉल्यूशन?
दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस में वायु गुणवत्ता सूचकांक 343 दर्ज किया गया जबकि मथुरा रोड पर 324, पूसा में 304, आईजीआई हवाई अड्डे पर 332, जवाहर लाल नेहरू स्टोडियम पर 351, नेहरू नगर में 362, पटपड़गंज में 359, अशोक विहार में 357, सोनिया विहार में 372, जहांगीरपुरी में 370, रोहिणी में 361, नरेला में 364 और बवाना में 373 दर्ज किया गया.
दिल्ली में किन वाहनों के प्रवेश पर रोक?
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए नोएडा पुलिस ने शनिवार को कई प्रकार के व्यवसायिक और निजी वाहनों की एंट्री पर बैन लगा दिया है. आदेश के मुताबिक चुनिंदा श्रेणियों के वाहनों के डीएनडी, चिल्ला बॉर्डर और कालिंदी कुंज के रास्ते पर जाने से रोक रहेगी और उनके रास्तों को बदल गया है.
परामर्श के मुताबिक बीएस-3 मॉडल के पेट्रोल और बीएस-4 मॉडल के डीजल चालित हल्के चार पहिया वाहनों के नोएडा से दिल्ली जाने पर रोक रहेगी. इसी तरह आवश्यक सामग्री और सेवाओं को ले जाने वाले या सीएनजी और इलेक्ट्रिक ईंधन से चलने वाले ट्रकों को छोड़कर इस श्रेणी के अन्य वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर रोक रहेगी.
मालवाहक वाहनों पर भी रोक
दिल्ली में डीजल से चलने वाले भारवाहक वाहनों और भारी माल ढोने वाले वाहनों के भी दिल्ली जाने पर रोक रहेगी. हालांकि, आवश्यक सेवाओं वाले ऐसे वाहनों को छूट दी गई है. परामर्श में ऐसे वाहनों को नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के रास्ते जाने को कहा गया है.
वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘खराब’ श्रेणी में रहा. मालूम हो कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है.